हाँ, वयस्कों में चिंता विकार काफ़ी आम हैं। बहुत से लोग लगातार चिंता, बेचैनी, नींद की कमी या तेज़ धड़कन और थकान जैसे शारीरिक लक्षण महसूस करते हैं। कुछ लोगों को सांस फूलना, चक्कर आना या ज़्यादा पसीना आना जैसी परेशानियाँ भी होती हैं। ये दिक़्क़तें रोज़मर्रा की ज़िंदगी, रिश्तों, सेहत और काम पर असर डाल सकती हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि इन विकारों को संभाला जा सकता है। समय पर पहचान, डॉक्टर या काउंसलर की मदद, स्वस्थ दिनचर्या बनाना और परिवार व दोस्तों से खुलकर बातचीत करना वयस्कों को चिंता को नियंत्रित करने और संतुलित जीवन जीने में मदद करता है।
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हाँ, वयस्कों में चिंता विकार काफ़ी आम हैं। बहुत से लोग लगातार चिंता, बेचैनी, नींद की कमी या तेज़ धड़कन और थकान जैसे शारीरिक लक्षण महसूस करते हैं। कुछ लोगों को सांस फूलना, चक्कर आना या ज़्यादा पसीना आना जैसी परेशानियाँ भी होती हैं। ये दिक़्क़तें रोज़मर्रा की ज़िंदगी, रिश्तों, सेहत और काम पर असर डाल सकती हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि इन विकारों को संभाला जा सकता है। समय पर पहचान, डॉक्टर या काउंसलर की मदद, स्वस्थ दिनचर्या बनाना और परिवार व दोस्तों से खुलकर बातचीत करना वयस्कों को चिंता को नियंत्रित करने और संतुलित जीवन जीने में मदद करता है।
Oct. 10, 2025, 2:35 p.m. | Tags: information health mentalhealth