झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से सुरेश सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं कि वयस्कों में सामाजिक चितना विकार कितना आम है ?

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सामाजिक चिंता विकार वयस्कों में काफ़ी आम है। कई वयस्क सार्वजनिक रूप से बोलते समय, नए लोगों से मिलते समय, समूह गतिविधियों में शामिल होने पर या अन्य सामाजिक परिस्थितियों में डर या घबराहट महसूस करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्हें जज किए जाने, शर्मिंदा होने या अस्वीकार किए जाने का डर होता है। सामाजिक चिंता दैनिक जीवन, रिश्तों और करियर के अवसरों पर भी गहरा असर डाल सकती है। हालाँकि, सही सहयोग से इसे संभाला जा सकता है। आत्मविश्वास को धीरे-धीरे छोटे कदमों से बढ़ाना, रिलैक्सेशन तकनीक का अभ्यास करना और काउंसलर या डॉक्टर से मदद लेना बहुत फ़ायदेमंद हो सकता है। परिवार और दोस्तों का समर्थन भी वयस्कों को सहज और स्वीकार्य महसूस कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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Oct. 10, 2025, 2:34 p.m. | Tags: information   health   mentalhealth