बिहार राज्य के मधुबनी से अंशु कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहीं हैं कि, जिस मात्रा में पेड़ काटे जाते हैं उतनी मात्रा में पेड़ नहीं लगाए जाते हैं। कहीं कारखानों को लगाने के लिए तो कहीं घर बनाने के लिए पेड़ कट्टा है लेकिन पेड़ लगाने में कंजूसी करते हैं इस से बहुत नुक्सान होता है जिस सम्बन्ध में महिला से अंशु बात कर रही हैं। महिला का कहना है की पर्यावरण बिगड़ने के कारण इस बार मॉनसून ठीक से नहीं आया। और पर्यावरण के इस बदलाव से सिर्फ खेती को ही नहीं बल्कि माल जाल को भी नुक्सान होता है