बिहार की सात निश्चय योजना सफलता के कगार पर जाती की जगह जगह पंचायतों में भ्रष्टाचार का पुलिंदा सामने आने लगा सरकार भले ही दावा करती हो लेकिन धरातल पर भ्रष्टाचार ही उजागर होता है। चाहे जलन हो जल नल हो या फिर और कोई योजना शराब योजना और सफल साबित हुई है। सरकार की राजस्व खत्म हुई है और दिन-रात पुलिस प्रशासन इसके पीछे पड़ी रहती है। शराब को छोड़ पुलिस का कोई काम नहीं रह गया है। ऐसे हालत में बिहार सरकार की उम्मत भारी भाषा और अकर्मण्यता सामने झलकती है। इस तरह बिहार के विकास पर प्रश्न चिन्ह लग गया है अब समस्या है नॉर्थ बिहार में फैक्ट्री है और ना किसानों के लिए कोई कार्यक्रम सुखाड़ के स्थित में किसान तड़प रहे हैं। लेकिन न तो कोसी नहर से पानी मिल रहा है और ना सरकार के तरफ से कोई बोरिंग का इंतजाम किया गया है। ऐसी हालत में किसान की आर्थिक हालत बद से बदतर होती जा रही है। यहां पर रोजगार नाम का कोई चीज नहीं है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।