बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण से अमरूल आलम ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ब्लॉक की विभिन्न पंचायतों में आयोजित किए जा रहे पी. पी. आर. टिकट कार्ड के दौरान पशु चिकित्सक को पशु चरवाहे द्वारा आधार कार्ड और उनके मोबाइल नंबर पर भेजे गए उचुटी को तोड़ने के लिए पशु किसान के विरोध का सामना करना पड़ा। करन कार्य के पशु टीकाकरण कार्यकर्ता स्वास्थ्य, उदय कुमार गुप्ता, मोहम्मद इकबाल ने कहा कि सरकार के निर्देश पर पूरे ब्लॉक में भेड़ और बकरियों को पीसीआर बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। अधिकांश निजी पशु टीकाकरण कार्यकर्ता इस कार में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि बकरियों को उनके कंड में पशु टैग के साथ भी टैग किया जा रहा है जो आधार कार्ड की संख्या की तरह पारे के अंक का है। उन्होंने कहा कि सरकार का निर्देश है कि पहले भेड़ और बकरियों को उनके आधार कार्ड मोबाइल नंबर मोबाइल ओ. टी. पी. देकर पंजीकृत किया जाए। उसके बाद पंजीकृत भेड़ और बकरियों को पी. पी. आर. टीकाकरण निःशुल्क दिया जाना है।