सदा नीरा नारायणी नदी के पावन तट पर स्थित माई स्थान जितवारपुर के प्रांगण में श्रीशत्तचंडी महायज्ञ के शुभारम्भ को ले रविवार को यज्ञाचार्य मदन मोहन नाथ तिवारी के वैदिक निर्देशन में एक हजार एक श्रद्धालू महिलाओं ने भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच नारायणी नदी के पूजनोपरांत कलश जल यात्रा का कार्यक्रम गाजे बाजे व उद्घोष के साथ ग्रामीण भक्तों व साधु संतों ने सनातन संस्कृति के विजय व धर्म की जय हो की कामना के साथ गावं नगर की परिक्रमा के साथ लोक कल्याण की कामना की। यज्ञ के उपाचार्य रंजन शास्त्रत्त्ी ने बताया कि जिस स्थान पर शतचण्डी महायज्ञ होता है।वहां कभी भी अकाल , विपत्ति , संकट, दुख आदि नहीं आते हैं । दुर्गा सप्तशती के शुद्ध शत पाठ करने मात्र से चंडी महायज्ञ संपन्न होता है । यह यज्ञ 10 दिन चलेगा अर्थात सात मई को पूर्णाहुति होगी। महायज्ञ को लेकर रविवार को जल यात्रा निकाली गई है।