एक सौ की आबादी वाले टोले व कस्बे को शीघ्र पक्की सड़क से जोड़ा जाएगा। इसका निर्माण मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष) के तहत किया जाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। ग्रामीण कार्य विभाग ने इसके लिए वैसे टोले व कस्बे को चिन्हित कर उसे पक्की सड़क से जोड़ने के लिए डीपीआर बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। कुछ सड़कों का डीपीआर बनाकर स्वीकृति के लिए विभाग को भेजा गया था। जिसकी स्वीकृति भी मिल गई है। वहीं कुछ का डीपीआर बनाने की करवाई जारी है। शीघ्र टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य भी आरंभ करा दिया जाएगा। इसके निर्माण होने से जहां एक ओर छूटे हुए बसावट भी पक्की सड़क से जुड़ जाएंगे। वहीं सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय आने जाने में सहूलियत होगी। किन सड़कों का होना है निर्माण छूटे हुए जिस टोले व कस्बे की आबादी करीब एक सौ के आसपास है। उस टोले व कस्बे में अबतक पक्की सड़क नहीं है। उन टोले व कस्बे में इस योजना के तहत पक्की सड़क का निर्माण किया जाना है। डिवीजन में दो फेज में 86 सड़कों का होना है निर्माण रक्सौल डिवीजन में दो फेज में 101.04 किलोमीटर 86 सड़कों का निर्माण किया जाना है। इनमें आदापुर अंचल में 12.31 किलोमीटर 11 सड़कों, छौडादानों में 21.9 किलोमीटर 15 सड़कों, रामगढ़वा में 27.38 किलोमीटर 29 सड़कों तथा रक्सौल में 39.45 किलोमीटर 31 सड़कें शामिल है। प्रथम फेज में 49 सड़कों का होगा निर्माण रक्सौल डिवीजन में प्रथम फेज में 51.37 किलोमीटर 49 सड़कों का निर्माण किया जाना है। इनमें आदापुर अंचल में 6.94 किलोमीटर 7 सड़कें, छौडादानों अंचल में 9.75 किलोमीटर 7 सड़कें, रामगढ़वा अंचल में 6.88 किलोमीटर 12 सड़कें तथा रक्सौल अंचल में 27.8 किलोमीटर 23 सड़कें शामिल है।