बच्चों में नेतृत्व क्षमता, पर्यावरण संरक्षण और जीवन कौशल बढ़ाने के लिए सरकारी स्कूलों में अब यूथ क्लब और ईको क्लब का गठन होगा। इसकी कक्षाएं भी चलेंगी। क्लब को बच्चे ही तैयार और संचालित करेंगे। इसमें राज्य के प्राथमिक, प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के 72 हजार से अधिक स्कूल शामिल होंगे। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत यूथ क्लब और ईको क्लब का गठन किया जाएगा। इसमें कक्षा एक से 12वीं तक स्कूल को शामिल किया गया है। यह जुलाई में शुरू होगा। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा सभी जिला शिक्षा कार्यालय को सूचित किया गया है। प्रत्येक महीने दो कक्षाएं यूथ और ईको क्लब के लिए होगा। इसमें बच्चों से सुझाव लिए जाएंगे। यूथ और ईको क्लब द्वारा गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। हर गतिविधि की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी होगी। इसे दिसंबर में राज्य कार्यालय में भेजना होगा। इससे पहले स्कूल स्तर पर वार्षिक कैलेंडर तैयार किया जाएगा। कैलेंडर के अनुसार गतिविधियां करवाई जाएगी। बेहतर करने वाले क्लब पुरस्कृत होंगे। इसके अंतर्गत होने वाली गतिविधियां एक भारत-श्रेष्ठ भारत, रंगोत्सव, कला उत्सव, बैगलेस सुरक्षित शनिवार, बाल संसद पर आधारित होगी। प्रत्येक क्लब में 20-20 विद्यार्थी दोनों क्लब में स्कूल के एक शिक्षक नोडल रहेंगे। वहीं क्लब में 20-20 सदस्य होंगे। इसमें दस छात्र और दस छात्राएं शामिल हैं। इसमें एक अध्यक्ष और एक सचिव बनाए जाएंगे। चयनित अध्यक्ष द्वारा क्लब की गतिविधियां का नेतृत्व किया जाएगा। वहीं सचिव द्वारा बजट तैयार किया जाएगा।
