खेत तक पानी पहुंचाने के लिए ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई वरदान साबित होगी। इस तकनीक से सिंचाई करना आसान होगा। दिनों सिंचाई सिस्टम का उपयोग करने वाले किसानों को सिंचाई में 60 प्रतिशत तक पानी की बचत होगी। ड्रिप सिंचाई से उर्वरक के साथ खेत में पटवन करने से 30-40 प्रतिशत तक उर्वरक की खपत कम होगी। ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई से उपज में 30 प्रतिशत वृद्धि ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई से फसल की सिंचाई करना काफी लाभदायक साबित होगा। इस तकनीक से सिंचाई करने पर उपज में 20-30 प्रतिशत तक वृद्धि होगी। इसके साथ उपजाए गए अनाज की क्वालिटी गुणवत्ता पूर्ण होगी।उद्यान विभाग को लक्ष्य से अधिक मिले आवेदन ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई के लिए इस वित्तीय वर्ष में 600 एकड़ का लक्ष्य निर्धारित है। इसके विरुद्ध करीब 650 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। इसमें करीब 220 एकड़ के लिए किसानों को सामान मुहैया करा दिया गया है। ड्रप व स्प्रिंकलर सिंचाई पर 90 प्रतिशत अनुदान ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई पर 90 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। इसमें कुल लागत का 10 प्रतिशत राशि व जीएसटी 12 प्रतिशत किसान को भुगतान करना होगा।