मोतिहारी में मौसम बदलने के साथ ही सर्दी व खांसी का प्रकोप बढ़ गया है। यह बीमारी 15 साल के नीचे के बच्चे और 50 साल के अधिक उम्र के लोगों में हो रही है । यह रोग वायरल इंफेक्शन से फैल रहा है। सर्दी तो ठीक हो जा रही है।मगर खांसी ठीक होने में समय लग रहा है।इसका कारण डाक्टर एंटीबायोटिक दवा का रेसिस्टेंस बता रहे हैं। वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ संन्तोष कुमार सिंह ने बताया कि एक तो प्रदूषण दूसरा बदलते मौसम के कारण सर्दी व खांसी का प्रकोप बढ़ गया है। इसलिये बचाव के लिये मास्क लगाना जरूरी हो गया है। डॉ कुमार ने बताया कि कुछ वर्षों से बगैर डाक्टरी सलाह के लोग एंटीबायोटिक खा रहे हैं। इसी का साइड इफेक्ट है कि खांसी की दवा अधिकांश लोगों को फायदा नहीं कर रहा है। बताते हैं कि अभी इंफ्लुंजा का वायरल रोग चला हुआ है। यह पांच दिन से सात दिन में ठीक हो जाता है। बुखार होने पर पैरासिटामोल दें। एन्टीबायोटिक दवा नही दें। बुखार या सर्दी होने पर तीन दिनों तक घरेलू उपचार करें। हल्दी में दूध मिलाकर पियें। ज्यादा ठंडा पानी नहीं पियें। सुबह शाम बदन को ढंक कर रखें। सर्दी के लिये विक्स का भाप लें। तीन दिन में बुखार व सर्दी ठीक नहीं हो तो डाक्टर से दिखाएं।