जिले के नक्सल प्रभावित पताही प्रखंड क्षेत्र के पदुमकेर पंचायत में 100 वर्षों से सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल आज भी कायम है यहां मुहर्रम जुलूस हिंदू परिवार के लोगों द्वारा पहले निकाला जाता है इसके बाद ही मुस्लिम समुदायों को निकालने की इजाजत होती है परंतु इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए ताजिया का निर्माण तो किया परंतु समाज और देश हित में इसे निकालने के बजाय अपने दरवाजे पर मनाया गया। सुनने के लिए ऊपर के ऑडियो पर क्लिक करें।