सघन आवादी वाले क्षेत्र लछुआड़ जैन मंदिर (धर्मशाला) को क्वारेंटाईन सेंटर बनाने का विरोध किया गया। जिसमें एक स्वर से सभी ग्रामीणों ने यह आवाज उठाई कि एक तरफ जहाँ सरकार इस महामारी से बचाने के लिए अनेकों प्रयास कर रही है वहीं हम ग्रामवासियों को जान-बूझकर मौत के मुँह में ढकेलना चाहती है। सभा को सम्बोधित करते हुए प्रसिद्ध समाज सेवी सुमन सौरभ जी ने स्थानीय सांसद एवम् जिला पदाधिकारी से गुहार लगाते हुए माँग किया है कि इस क्वारेंटाईन सेंटर को आवादी वाले क्षेत्र से दूर रखा जाय क्योंकि यह एक सघन आवादी वाला क्षेत्र है जहाँ पर ग्रामीण बैंक की एक शाखा भी स्थित है जहाँ हर दिन सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रहती है जिससे लोगों में कोरोना से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।उन्होंने कहा कि लछुआड़ ग्राम के समस्त लोग कोरोना जैसी महामारी में आज काफी डर के माहौल में जी रहे हैं। उन्होंने अन्य जिलों के उस आदेश का हवाला देते हुए कहा कि कई जिलों में स्पष्ट आदेश है कि आइसोलेशन/कोरोंटाईन सेंटर सघन आवादी बाले क्षेत्र से दूर रखा जाय। समस्त ग्रामवासियों ने एक स्वर से कहा कि जैन धर्मशाला में क्वारेंटाईन सेंटर बनाया जाना हम ग्रामवासियों के लिये भेदभावपूर्ण है। इस बैठक में सिकंदरा बी.डी.ओ.,सी.ओ.सहित मुखिया शक्तिधर मिश्र,सरपंच छोटेलाल चौधरी,ग्रामीण मधुकर सिंह,जितेंद्र रविदास, विजय मिश्रा, शंकर सिंह, दुर्गा रविदास, मिस्टर, विकास दास, सुभाष सिंह, सानू सिंह, लखन मांझी, अभय कुमार, बबलू सिंह, श्याम सुंदर साव,विद्याकर सिंह, सोशल एक्टिविस्ट सुमन सौरभ सहित दर्जनों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे..!!