राज्य बिहार के जमुई जिला,प्रखंड सिकंदरा से ज्योति जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रही है, कि कई अभिभावक ऐसे भी होते है जो परीक्षाओं के दौरान अच्छे परिणाम लाने के लिए अपने बच्चो पर दबाव डालते है। बच्चों पर अपने माता-पिता के उम्मीदों पर खरे उतरने का दबाव भी होता है, साथ ही अपने दोस्तों से बिछड़ने का डर भी लगा रहता है। परीक्षा की तैयारियों के समय बच्चे अपनी ख्वाहिशों को तिलांजलि दे देते है, और साथ-ही वे टेलीविजन और सेलफोन से भी दूर हो जाते है। बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों के लिए भी यह इम्तिहान जीवन के किसी बड़े इम्तिहान से कम नहीं होता है। परिणाम स्वरूप वह अपने बच्चो पर अनचाहा दबाव डालते है, जो उनपर अप्रत्यक्ष रूप से नकारात्मक प्रभाव डालता है। इसलिए अभिभावक अपने बच्चों को बतायें की जीवन की सफलता इस परीक्षा पर निर्भर नहीं करता है। वे अपने बच्चो को समझाकर पढ़ने के लिए कहें।