बिहार राज्य के जमुई जिले से दिलीप पांडेय जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पदाधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाएं। पदाधिकारियों द्वारा निष्ठापूर्वक किए गए कार्यों के बल पर ही सरकार की कार्यक्षमता का आकलन होता है। ऐसे में पदाधिकारियों को इमानदारी और निष्ठापूर्वक कार्य करने की जरूरत है। उक्त बातें श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश ने शुक्रवार को कही। वे समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष में अनुमंडल स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक के दौरान मंत्री ने अनुपस्थित आइसीडीएस के डीपीओ विरेन्द्र नारायण पांडेय, जिला गव्य विकास पदाधिकारी प्रमोद कुमार, मत्स्य पदाधिकारी रजनीश कुमार, झाझा एवं सोनो के बीडीओ, मनरेगा के सभी पीओ, भवन प्रमंडल एवं स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के कार्यपालक अभियंता के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने की स्थिति में अग्रेतर कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग के आलाधिकारियों को लिखे जाने की बात कही। बैठक के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, मनरेगा एवं भू-संरक्षण विभाग के अधिकारी यूं तो मंत्री के निशाने पर रहे लेकिन सर्वाधिक आक्रोश का कोपभाजन जिला शिक्षा पदाधिकारी को बनना पड़ा। इन विभागों के अधिकारियों पर विभागीय निर्देशों का ससमय अनुपालन नहीं किए जाने की शिकायत थी। मंत्री ने बैठक में बिजली, पेयजल, वन प्रमंडल समेत अन्य विभागों की ¨बदुवार समीक्षा की। अनुश्रवण समिति की बैठक में विधान पार्षद संजय प्रसाद, विधायक सावित्री देवी, अनुमंडल पदाधिकारी सुरेश प्रसाद, वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रभाकर झा, जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद ¨सह, योजना विभाग के डीपीओ रामजी पांडेय, पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता ¨बदूभूषण प्रसाद सहित सभी विभागों के जिलास्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।