थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रामपुर के निकट चुरुवा पश्चिम गांव बाईपास पर रामपुर के निकट बाइक सवार अधेड़ ऑटो रिक्शा से बचने के चक्कर में गिरकर रगड़कर घायल हो गया, जिसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल भेजा गया है। घटना मंगलवार शाम 7:00 के आसपास की है। जहां गंगा प्रसाद पुत्र बाबूलाल उम्र लगभग 52 वर्ष निवासी चांदेमऊ थाना गुरबक्श गंज जो लखनऊ से अपनी बाइक के द्वारा अपने गांव की तरफ जा रहा था। इसी दरमियान रामपुर गांव के निकट अज्ञात ऑटो सामने आ जाने से बाइक का अनियंत्रित हो गई, और सड़क पर गिर गई। जिसमें अधेड गंभीर अवस्था में घायल हो गया।

बछरावां कस्बे में क्षेत्राधिकारी एवं एसडीएम के नेतृत्व में पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ कस्बे में किया गया फ्लैग मार्च, मंगलवार दोपहर 1:00 आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन ने पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ कस्बे में फ्लैग मार्च किया जिसका नेतृत्व कर रहे क्षेत्राधिकारी महाराजगंज यादवेंद्र पाल एवं उप जिलाधिकारी रजित राम गुप्ता तथा थाना अध्यक्ष विजेंद्र शर्मा ने किया। थाना प्रभारी कस्बे के विभिन्न मार्ग में भ्रमण कर शांति व्यवस्था बनाए रखने को कहा उन्होंने शस्त्र धारकों से अपील की है। कि जल्द से जल्द शस्त्र धारक थाने या शस्त्र की दुकानों में शस्त्र जमा कर जमा रसीद थाने में अंकित कराए। तथा क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है।

जीगो के कंपोजिट विद्यालय में चोरों ने गेहूं चावल समेत बच्चों के खेलकूद का सामान किया चोरी थाने में दी गई। तहरीर। सोमवार रात अज्ञात चोरों के द्वारा विद्यालय के भंडार कच्छ का ताला तोड़कर एमडीएम का राशन व बच्चों के खेलकूद की सामग्री पर कर दी गई स्मार्ट क्लास का भी ताला तोड़ा गया पर गनीमत रही की स्मार्ट टीवी बैटरी यूपीएस समेत अन्य सामान चोर नहीं ले गए। इंचार्ज प्रधानाध्यापिका शालिनी अवस्थी ने बताया की चोरी की घटना की जानकारी सोमवार विद्यालय खुलने पर हुई। जिसमें चार बोरी चावल व दो बोरी गेहूं एवं ₹3000 कीमत का खेलकूद का सामान अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी कर लिया गया है।

पीसीपीएनडीटी एक्ट को लेकर कार्यशाला आयोजित जनपद का लिंगानुपात बढ़ा रायबरेली, 5 मार्च 2024 यह खुशी की बात है कि जनपद का लिंगानुपात पिछले साल सालों में 916 से बढ़कर 942 हो गया है | साल 2017-18 में जनपद का लिंगानुपात 916 था और 2023-24 में बढ़कर 942 हो गया है | यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने ANMTC-में आयोजित कार्यशाला में कहीं | यह कार्यशाला प्रसवपूर्व निदान तकनीकी,विनियमन एवं दुरुपयोग निवारण अधिनियम(पीसीपीएनडीटी), 1994 विषय पर आयोजित की गई थी | उन्होंने कहा कि अभी इस पर हमें और प्रयास करना है | उन्होंने कहा कि लैंगिक विषमता जैसी सामाजिक कुरीतियों को भी दूरने के लिए अनेक प्रयास सरकार द्वारा और सामाजिक संस्थाओं द्वारा उठाए जा रहे हैं | इस मौके पर पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डा. अरविंद कुमार ने एक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि भ्रूण हत्या रोकने के लिये यह अधिनियम सरकार द्वारा लागू किया गया है। इस अधिनियम के तहत गर्भ में पल रहे बच्चे के लिंग की जांच करना या करवाना कानूनन दंडनीय अपराध है। लिंग जांच करके बताने वाले को पाँच साल की सजा या एक लाख का जुर्माना तो है ही साथ में जो व्यक्ति भ्रूण लिंग जांच करवाता है उस को को पाँच साल की सजा या 50,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है | डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि प्यारी बिटिया डॉट कॉम साइट के माध्यम से अल्ट्रासाउंड करने वाले डायगनोस्टिक केंद्रों और करवाने वालों की पूरी जानकारी रखी जाती है | इसका लिंक है www.pyaribitia.com | इस लिंक पर अल्ट्रासाउंड केंद्र द्वारा फॉर्म-एफ भरकर अपलोड किया जाता है। इसमें अल्ट्रासाउंड करने और करवाने वाले का सारा विवरण होता है और एक पंजीकरण नंबर भी होता है । इस माध्यम से अल्ट्रासाउंड करवाने के उद्देश्य का भी पता चलता है । जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी d s अस्थान--ने जानकारी दी कि भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार द्वारा "मुखबिर योजना' चलाई जा रही है | आम आदमी भी इस योजना से जुड़कर लिंग चयन/भ्रूण हत्या/अवैध गर्भपात में संलिप्त व्यक्तियों/ संस्थानों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही में सरकार की मदद कर सकते हैं और उसके एवज में सरकार से प्रोत्साहन राशि प्राप्त कर सकते हैं | मुखबिर योजना के तहत तीन सदस्यीय टीम का गठन किया जाता है जिसमें एक गर्भवती होती है | जो भी व्यक्ति भ्रूण हत्या होने की सूचना टीम को देता है उसे इनाम के तौर पर दो लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है | इस योजना की अहम बात है कि सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है |टीम को भ्रूण हत्या करने वाले केंद्रों का स्टिंग ऑपरेशन करना होता है और इसका वीडियो बनाकर स्वास्थ्य विभाग को देना होता है । इसके बाद स्वास्थ्य विभाग पुलिस को लेकर आगे की कार्यवाही करती है । स्टिंग करने वाली टीम को प्रति स्टिंग दो लाख रुपए दिये जाने का प्रावधान है जिसमें एक लाख रुपए गर्भवती को, 60,000 रुपए मुखबिर को और 40,000 रुपए टीम के तीसरे सदस्य को दिए जाते हैं |.  प्रत्येक माह की 01,09,16 एवं 24 को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का संचालन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत जनपद में निजी इम्पैनल्ड अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गर्भवती महिलाओं को ई-वाउचर के माध्यम से निः शुल्क अल्ट्रासाउंड की सेवाएँ प्रदान की जा रही है । दिनांक 05 फरवरी 2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सकों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा वीरेन्द्र सिंह द्वारा समस्त निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर को इंपैनलमेंट करने हेतु निर्देशित किया गया । नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी डा अरविंद द्वारा समस्त निजी अल्ट्रासाउंड के चिकित्सकों को यथाशीघ्र पीएमएसएमए दिवस के अन्तर्गत एंपेनल्ड करने की प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया । जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता श्री यासीन अहमद द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षित माता का अभियान के अंतर्गत ए रूपी वाउचर के प्रयोग हेतु पूर्ण जानकारी सभी निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सकों को दी गई ।। जनपद की स्वास्थ्य इकाइयों पर प्रत्येक माह की 01,09,16 एवं 24 को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का संचालन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत जनपद में निजी इम्पैनल्ड अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गर्भवती महिलाओं को ई-वाउचर के माध्यम से निः शुल्क अल्ट्रासाउंड की सेवाएँ प्रदान की जा रही है । दिनांक 05 फरवरी 2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सकों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा वीरेन्द्र सिंह द्वारा निर्देशानुसार समस्त निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर को इंपैनलमेंट करने हेतु निर्देशित किया गया । नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी डा अरविंद द्वारा समस्त निजी अल्ट्रासाउंड के चिकित्सकों को यथाशीघ्र पीएमएसएमए दिवस के अन्तर्गत एंपेनल्ड करने की प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया । जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता श्री यासीन अहमद द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षित माता का अभियान के अंतर्गत ए रूपी वाउचर के प्रयोग हेतु पूर्ण जानकारी सभी निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सकों को दी गई ।। दिवस मनाया जाता है जिसके तहत दूसरी और तीसरी तिमाही की गर्भवती की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कर उच्च खतरे की गर्भावस्था की पहचान की जाती है और इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटर पर निशुल्क ई रूपी वाउचर के माध्यम से गर्भस्थ की जांच की सुविधा मुहैया कराई जा रही है | इस मौके पर डॉ राकेश यादव डॉक्टर राकेश यादव, विनय पांडे, कमलेश उपाध्याय अखिलेश त्रिपाठी अजय कुमार आदि--मौजूद रहे |

खान-पान और जीवन शैली में सुधार कर मोटापे को नियंत्रित किया जा सकता - विश्व मोटापा दिवस पर आयोजित हुई गोष्ठी लखनऊ, 5 मार्च 2024। विश्व मोटापा दिवस के अवसर पर लखनऊ एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और लखनऊ एडोलसेंट हेल्थ एकेडमी द्वारा सोमवार को शहर के होटल में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय था "चलो बच्चों और किशोरों पर मोटापे और इसके प्रभावों के बारे में बात करते हैं"। इस गोष्ठी के आयोजन का उद्देश्य बच्चों और किशोरों को मोटापे की बढ़ती महामारी के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस मौके पर इंडियन एकेडमी ऑफ पीड़ियाट्रिक्स(आईएपी) की अध्यक्ष डा. पियाली भट्टाचार्य ने बताया कि आईआईएपी का संदेश है कि जीवन शैली में छोटे-छोटे बदलाव कर मोटापे के खिलाफ लड़ाई में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। लखनऊ एकडेमी ऑफ इंडियन पीडियाट्रिक्स की सदस्य डॉ. निर्मला जोशी ने बताया कि हाल के अध्ययनों के अनुसार भारत में बचपन के मोटापे की दर में वृद्धि देखी गई है। जिसे कि खान-पान और जीवन शैली में सुधार कर नियंत्रित किया जा सकता है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार जनपद में पाँच साल तक के दो फीसद बच्चों का वजन उनकी लंबाई के अनुपात में अधिक है अर्थात वह मोटे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. उत्कर्ष बंसल ने बताया कि बढ़ते मोटापे का श्रेय बड़े पैमाने पर गतिहीन जीवन शैली और अस्वास्थ्यकर आहार को दिया जाता है। लंबे समय तक बैठकर काम करना, काम के समय अनिश्चित होना और स्क्रीन टाइम अधिक होना भी मोटापे के कारण हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विजया मोहन ने सुधार के लिए पूरे परिवार के भोजन और जीवन शैली की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मोटापा डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हृदय रोगों का भी कारण है, जो बच्चे और किशोर मोटापे की समस्या से ग्रसित होते हैं उनमें आगे चलकर इन बीमारियों के होने की संभावना होती है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेश ने बताया आज के समय में लोग अपने भोजन में 11 फीसद तक जंक फूड ले रहे हैं जिसमें नमक, चीनी और प्रोसेस्ड तेल की अत्यधिक मात्रा होती है। जिनकी मोटापा बढ़ाने में अहम भूमिका है। डॉ सलमान ने कहा कि मोटापे को दूर भगाने के लिए प्रतिदिन पाँच तरह के फल और सब्जी खाएं, दो घंटे से अधिक स्क्रीन टाइम न हो | एक घंटे व्यायाम या शारीरिक गतिविधि हो और शर्करा युक्त पेय पदार्थों का सेवन बिलकुल न हो। डा. संजय निरंजन ने बताया कि क्लीनिक और संस्थानों में स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के महत्व के बारे में माता-पिता, बच्चों और किशोरों को जागरूक करा जायेगा। कार्यक्रम में डॉ शालिनी भसीन, डॉ एकांश, डॉ आशीष वर्मा, डॉ अमित रस्तोगी, डॉ अभिषेक बंसल और अन्य बाल रोग विशेषज्ञ शामिल थे।

लखनऊ विश्वविद्यालय में 123 लोगों ने फाइलेरियारोधी दवा का किया सेवन इंकार किए हुए 46 लोगों को फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफ़ॉर्म के सदस्यों ने दवा खाने के लिए किया राजी लखनऊ, 5 मार्च 2024 जनपद में 10 फरवरी से चल रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान के क्रम में मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग में फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराने के लिए बूथ लगाया गया | जिसमें 123 लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया | बूथ का उद्घाटन इतिहास विभाग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार एवं प्रोफेसर आनंद पांडे ने स्वयं दवा सेवन करके किया । जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार को भी लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय में बूथ लगाया गया था जिसमें लोगों ने फाइलेरियारोधी दवा का सेवन किया था | फाइलेरिया उन्मूलन में लखनऊ विश्वविद्यालय की यह अच्छी पहल है | उन्होंने बताया कि इस मौके पर उपस्थित शिक्षकों और विद्यार्थियों को फाइलेरिया से बचाव और कारणों की जानकारी दी गई कि यह मच्छर के काटने से होती है और इस बीमारी से बचाव के उपाय हैं फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करना और मच्छरों से बचना | साल में एक बार और लगातार तीन साल तक फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कर इस बीमारी से बचा जा सकता है | इस बीमारी का उन्मूलन इसलिए जरूरी है कि यह संक्रामक बीमारी है | इस बीमारी के लक्षण संक्रमण होने के 10 से 15 साल बाद दिखाई देते हैं | तब तक संक्रमित व्यक्ति अन्य स्वस्थ लोगों को संक्रमित करता रहता है | जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि आगामी दिनों में विश्वविद्यालय के अन्य विभागों में भी फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराने के लिए बूथ लगाए जायेंगे । इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग से डॉ. नेहा प्रताप , वरिष्ठ मलेरिया इन्सपेक्टर गौतम एवं मलेरिया इन्सपेक्टर ए०के०सिंह ,पीसीआई से असिस्टेंट स्टेट प्रोग्राम मैनेजर विकास द्विवेदी, जिला समन्वयक आकाश द्विवेदी और निशांत सिंह मौजूद रहे । इसी क्रम में सोमवार को मोहनलालगंज के भदेसुवा गाँव में फातिमा भट्ठा में फाइलेरियारोधी दवा खिलाई गई | इस मौके पर 46 लोगों ने फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करने से इंकार कर दिया | ऐसे में फाइलेरिया नेटवर्क के सदस्य बबलू चौरसिया और फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफ़ॉर्म की सदस्य बिंदा देवी ने लोगों को समझाया और कहा कि यह लाइलाज बीमारी है |एक बार हो जाती है तो फिर ठीक नहीं होती है | हम लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं और बहुत ही दिक्कतों का सामना कर रहे हैं | हमने दवा नहीं खायी थी लेकिन अब तो फाइलेरिया से बचाव के लिए आपके घर पर दवा खिलाई जा रही है तो मना न करें | दवा खाएं | जिससे कि फाइलेरिया जैसी बीमारी से बचाव हो सके | यह बीमारी जान तो नहीं लेती है लेकिन जीवन दूभर कर देती है | इन बातों का प्रभाव लोगों पर हुआ और 46 लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया |

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