पानी के बचाव hai
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मानिकपुर में किन्नर अनारकली की मौत के बाद उसके ढोलकिया ने उसकी गाड़ी कब जानी चाहिए वह अपनी पत्नी के साथ दो अन्य कीनन को बुलाकर बधाई मांगने लगा इसका अन्य कीनन ने विरोध शुरू किया तो मारपीट हो गई बाद में फिर से किन्होने उसका विरोध किया और थाने पर उसके खिलाफ शिकायत की पुलिस ने कीनन के बारे में पूरी जानकारी निकाली और किन्नर रेखा देवी निवासी परियों की तहरीर पर पप्पू व उसकी पत्नी हसीना बानो निवासी मीर गढ़वा के खिलाफ रंगदारी मांगने और धमकाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है
क्रिसेंट मॉडल स्कूल में विज्ञान प्रतियोगिता का हुआ आयोजन गुरुवार को क्रिसेंट मॉडल स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता का हुआ । बच्चो ने इतिहास, भूगोल, विज्ञान, से संबंधित मनमोहक प्रोजेक्ट बनाया जिसकी लोगो ने खूब प्रसंशा भी की। हड़प्पा सभ्यता, स्मार्ट सिटी कुंडा, लेसर सिक्योरिटी , पार्लियामेंट, समेत 14 प्रोजेक्ट बच्चो ने बनाया वही प्रायमरी के बच्चो ने सेंस ऑर्गन, घड़ी, डस्टबिन आदि प्रोजेक्ट बना कर लोगो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इस मौके पर निर्णायक के रूप में मौजूद रहे, शीतला प्रसाद केसरवानी बार काउंसिल अध्यक्ष, एजाज खान सर प्रबंधक सेंट जोसेफ, मो वसीम रॉयल हाईस्कूल, लाल प्रताप सिंह प्रभारी फायर ब्रिगेड,एडवोकेट खुर्शीद आलम, डॉक्टर अर्पित त्रिपाठी , डॉक्टर इशरत, मो जुबैर, मो अंसार, आदि लोग मौजूद रहे। वही विद्यालय के प्रबंधक मो असद, प्रधानाचार्य जफर सिद्दीकी, वही उपप्रधानाचार्य मंजू सिंह ने आए हुए मेहमानों का स्वागत किया
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पिछले 10 सालों में गेहूं की एमएसपी में महज 800 रुपये की वृद्धि हुई है वहीं धान में 823 रुपये की वृद्धि हुई है। सरकार की तरफ से 24 फसलों को ही एमएसपी में शामिल किया गया है। जबकि इसका बड़ा हिस्सा धान और गेहूं के हिस्से में जाता है, यह हाल तब है जबकि महज कुछ प्रतिशत बड़े किसान ही अपनी फसल एमएसपी पर बेच पाते हैं। एक और आंकड़ा है जो इसकी वास्तविक स्थिति को बेहतर ढ़ंग से बंया करत है, 2013-14 में एक आम परिवार की मासिक 6426 रुपये थी, जबकि 2018-19 में यह बढ़कर 10218 रुपये हो गई। उसके बाद से सरकार ने आंकड़े जारी करना ही बंद कर दिए इससे पता लगाना मुश्किल है कि वास्तवितक स्थिति क्या है। दोस्तों आपको सरकार के दावें कितने सच लगते हैं। क्या आप भी मानते हैं कि देश में गरीबी कम हुई है? क्या आपको अपने आसपास गरीब लोग नहीं दिखते हैं, क्या आपके खुद के घर का खर्च बिना सोचे बिचारे पूरे हो जाते हैं? इन सब सरकारी बातों का सच क्या है बताइये ग्रामवाणी पर अपनी राय को रिकॉर्ड करके
सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की क्षमता बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार कहानी, तो रिकॉर्ड करें फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
ग्रामीण रहते हैं खासा परेशान
तालाब के नाम पर निकाला जा रहा है लाखों रुपए
आने जाने वाले लोगों को रही है काफी समस्या