Transcript Unavailable.

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नहीं बढ़ रही है तो साफ सफाई करने वाले लोगों की जिम्मेदारी,आखिर कब तक गंदगी के ढेर पर बैठा रहेगा किशुनगंज बाजार।

गंदा पानी मार रहा बदबू,घरों में रहने वाले लोग परेशान।

ग्रामीणों के घरों के पास बनी यह पक्की सड़के टूट चुकी है और उसमें भर रहा है पानी।

नहीं हो पा रही साफ सफाई की व्यवस्था,दुकानदार परेशान।

हांड कपा देने एवं हड्डी तक गला देने वाली ठंड में ग्राम प्रधान द्वारा नहीं की गई है अलाव की कोई व्यवस्था,बाजारवासी एवं राहगीर परेशान।

जिसका कभी नहीं खुलता ताला, खुलता भी है तो सिर्फ दिखावे के लिए।

सरकारी विद्यालयों के प्रांगण का यह हाल है,तो सोचिए नौनिहालों के भविष्य के साथ कैसा खिलवाड़ होता होगा।