आज इस सड़क पर उड़ रहा धूल, छोटे-छोटे गड्ढों से वाहन चालकों एवं ग्रामीणों को आवाजाही में हो रही परेशानी।
लोगों ने घर के पानी निकासी का मुंह सड़क की तरफ किया, जिससे नई सड़के भी जा रही टूट।
दुकानदारों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी, लेकिन नहीं ध्यान देने वाला कोई।
सभी जिम्मेदारान मौन साधे हुए, गरीब बस्तियों के लोग बीमारी को लेकर भयभीत।
बस्तियों का पानी नाली में भर रहा,आगे निकासी की नहीं है व्यवस्था।
गुजरने वाले वाहन एवं ग्रामीणों को करना पड़ रहा दिक्कतों का सामना, उड़ती धूल है चिंता का विषय।
तस्वीर विकास की खूबसूरत शब्द को कर रही परिभाषित।
आंगनबाड़ी केंद्र के आसपास नशेड़ियों का है बोलबाला।
सिर्फ दिखावे के लिए है आंगनबाड़ी केंद्र, नहीं है कोई व्यवस्था,आसपास अराजक तत्वों का बोलबाला।
फिर उन्हें जलाकर बीमारियों को दिया जा रहा दावत।