मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी से छुपा हुआ नहीं है, जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा दलित आदिवासी समुदाय के सरपंचों और प्रधानों को उठाना पड़ता है, क्योंकि पहले तो उन्हें गांव के दबंगो और ऊंची जाती के लोगों से लड़ना पड़ता है, किसी तरह उनसे पार पा भी जाएं तो फिर उन्हें प्रशासनिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस मसले पर आप क्या सोचते हैं? क्या मनरेगा नागरिकों की इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम हो पाएगी?

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे अपने श्रोताओं की राय

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम जानेंगे एसएचजी यानि की स्वयं सहायता समुह से जुड़ने के क्या फायदे हैं और इससे जुड़ कर कैसे आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं।

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इसके बरक्स एक और सवल उठता है कि क्या सरकारें चाहती हैं कि वह लोगों का खाने-पीने और पहनने सहित सामान्य जीवन के तौर तरीकों को भी तय करें? या फिर इस व्यवसाय को एक धार्मिक समुदाय को निशाना बनाने के लिए इस तरह के आदेश जारी किये जा रहे हैं। सरकार ने इस आदेश को जारी करते हुए इस बात पर भी ध्यान नहीं दिया कि उसके एक आदेश से कितने लोगों की रोजी रोटी पर असर पड़ेगा

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युपी फतेहपुर प्रदेश में गैस सिलेंडर के बढ़े दामों पर कांग्रेस ने नाराजगी का इजहार किया है। सिलेंडर के दाम कम किए जाने की मांग करते हुए राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम के माध्यम से भेजा है। वहीं पार्टीजनों द्वारा कलेक्ट्रेट में बढ़े दामों को लेकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष अखिलेश पांडेय ने कहा कि डबल इंजन का जुमला देने वाली भाजपा सरकार ने आम जनमानस को महंगे दामों पर गैस सिलेंडर खरीदने पर मजबूर किया है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में 450 व 500 रुपए में गैस सिलेंडर दिए जाने का दावा चुनावी घोषणा पत्र में किया जा रहा है। मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में भी 450 रुपए में गैस सिलेंडर मुहैया कराया जाए। कहा कि भाजपा ने प्रदेश में सबसे महंगी गैस कर रखी है। कहा कि सरकार यादि आम आदमी को परेशानियों से निजात दिलाना चाहती है तो सस्ता गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए। इस मौके पर सुधाकर अवस्थी, हेमलता पटेल, चंद्र प्रकाश लोधी, इशरत खान, संतोष कुमारी शुक्ला, वीरेंद्र सिंह चौहान, संदीप साहू, एमएल श्रीवास, रामकरण सिंह, आशीष गौड़ आदि मौजूद रहे।