फतेहपुर थरियांव। म्ाुरांव गौशाला गौवंश की रखवाली को तैयार है, फकत माननीय के आने का इंतजार है। अन्ना की धमाचौकड़ी से किसान हलाकान हैं, फसलें चौपट हो रही हैं। एक बार फिर उद्घाटन तारीख बढ़ने से किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। अन्ना के आतंक का दर्द झेल रहे क्षेत्र के किसान गौशाला की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करते रहे। मेहनत रंग लाई और बहुप्रतीक्षित मुरांव गौशाला बनकर तैयार हो गई। लेकिन क्षेत्रीय विधायक के पास समय का अभाव होने के चलते गौशाला का उद्घाटन दूसरी बार टल गया। रबी की फसलें भी तैयार हो रही हैं। रखवाली के लिए किसान रतजगा कर रहे हैं। निवाले को बचाने के लिए सर्द रातें खुले आसमान तले बिताना मजबूरी बन गई है। हालांकि संचालकों ने किसानों की मदद से 11 गौवंश को गौशाला में आश्रय देकर शुभारंभ कर दिया है। क्षमता करीब डेढ़ सौ गौवंश की है। सीवीओ नवल किशोर सचान ने बताया कि गौवंश के खुराक, पानी, गेट, टीन शेड, खाईं बाउंड्री आदि की पूरी व्यवस्था है। जल्द ही क्षेत्रीय विधायक से उद्घाटन करा गौशाला संचालित करा दी जाएगी।
फतेहपुर औंग, । कौड़िहा थानाक्षेत्र में गुरुवार को हुई फिल्मी घटना चर्चा का विषय बनी रही। फिल्मी इसलिए कि एक युवक को अपना पति बताते हुए दो महिलाएं आपस में भिड़ गईं। एक ने 15 साल पहले प्रेम विवाह करने का दावा किया तो दूसरी ने पति की मौत के बाद उसे देवर बताते हुए उसके साथ घर बसाने का। सबसे बड़ी बात कि दोनों महिलाएं आपस में देवरानी और जेठानी हैं। विवाद बढ़ा तो सूचना पर पहुंची पुलिस सभी को थाने ले गई, जहां घंटों बातचीत के बाद युवक पहली पत्नी के साथ घर चला गया। कानपुर नगर के एचबीटी गंगा घाट निवासी रंजीत उर्फ अजीत ने 15 साल पहले शशिकला से प्रेम विवाह किया था। एक साल पहले रंजीत के बड़े भाई नाटूल निषाद की मौत हो गई। भाई की मौत के बाद रंजीत अपनी विधवा भाभी पूनम निवासी कौड़िहा थाना औंग के साथ रहने लगा। दोनों छिवली में किराए का घर लेकर रह रहे थे। कुछ दिन बाद उसे रंजीत व पूनम के छिवली में रहने की जानकारी हुई तो बुधवार रात शशिकला कई महिलाओं के साथ मौके पर पहुंची। उसने पति रंजीत को साथ ले जाने की कोशिश की तो पूनम ने युवक पर अपना दावा करते हुए विरोध कर दिया। देवरानी-जेठानी भिड़ गईं तो हंगामा हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस तीनों को थाने ले गई। रंजीव व शशिकला के बीच सुलह समझौते को लेकर घंटों पंचायत के बाद मामला शांत हुआ। एसएचओ औंग विद्या यादव ने बताया कि पति के साथ नहीं जाने पर पत्नी से विवाद हुआ था। सुलह होने पर दोनों साथ कानपुर चले गए।
लखनऊ। प्रदेश के सभी परिषदीय विद्यालयों में 31 दिसम्बर से जाड़े की छुट्टी हो जायेंगी। स्कूल शिक्षा महानिदेशालय से स्कूलों को भेजी गई सूचना के अनुसार परिषदीय स्कूलों में 30 दिसंबर को पढ़ा कर 31 दिसंबर से अगले वर्ष 14 जनवरी तक सर्दियों की छुट्टियां रहेंगी। इस संबंध में बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से भी आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें यह भी कहा गया है कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा विद्यालय संचालन के समय में परिवर्तन किया जा सकेगा।
फतेहपुर। थाना और थानेदारों को अपने हिसाब से चलाने वाले कारखासों पर एसपी का चाबुक चल गया है। लंबे समय से थानों में जमे 31 आरक्षियों का तबादला किया गया है। सदर कोतवाली, थरियांव, सहित करीब सभी थानों के चर्चित सिपाहियों के थाने बदल दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि इन सिपाहियों की काफी शिकायतें कप्तान के पहुंच रही थीं। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर एएसपी ने गुरूवार को सिपाहियों का तबादला हो गया। छोटे से बड़े अपराधों तक कारखासों का संरक्षण हर थाने में दो तीन कारखास होते हैं। जिनको पूरे थाना क्षेत्र के हर एक गतिविधि की जानकारी होती है। थानेदारों के ये कारखास सिपाही अपराधियों के मददगार बनकर अपराध को बढ़ावा देते हैं। जुआ और सट्टा के अड्डे चलवाने के साथ ही नशा विक्रेताओं से इन कारखासों की सेटिंग रहती है। सभी थानेदार किसी एक, दो सिपाही को अपना कारखास बनाकर रखते हैं। वही सिपाही इलाके में सभी तरह की धन उगाही करता है। पैसों के लालच में थानेदार उनके इशारों पर नाचते हैं। एएसपी विजय शंकर मिश्र ने कहा है कि नियमित प्रक्रिया के तहत आरक्षियों के तबादले हुए हैं। कारखास जैसा कुछ नहीं है। तबादला पुलिस की नियमित प्रक्रिया है।
फतेहपुर, कार्डधारकों के हक का राशन काटे जाने सहित बोरियों में होने वाली घटतौली पर विभागीय हरकत शुरू हो गई है। कार्डधारकों संग कोटेदारों की परेशानियों के बावत खबरों को संज्ञान में लेते हुए डीएसओ ने क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी और पूर्ति निरीक्षकों को जांच के लिए पत्र जारी किया है। कोटेदारों द्वारा प्रति राशन कार्ड पात्रों का राशन काटे जाने के मामले को उजागर किया गया था। वहीं राशन की दुकानों में पहुंचने वाली बोरियों में भी घटतौली किए जाने के मामले भी प्रकाश में आए थे। डीएसओ अभय सिंह ने बताया कि जांच के लिए क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी व पूर्ति निरीक्षकों को आदेश जारी किया गया है।
फतेहपुर। सड़क सुरक्षा पखवारे के तहत टोल प्लाजा में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। निजी व सरकारी एम्बुलेंस चालकों सहित अन्य चालक-परिचालक, मिस्त्रत्त्ी आदि को सुरक्षा के नियम बताकर जागरुक किया गया। एआरटीओ प्रवर्तन लक्ष्मीकांत द्वारा ओवर लोड, बिना एचएसआरपी लगे वाहन, सड़क के किनारे खड़े वाहनों एवं रेट्रोरिफलेक्टिव टेप की जांच पड़ताल की गई। उन्होंने चालकों को लेन ड्राइविंग के बारे में जानकारियां दी। साथ ही रात के समय हेड लाइट के हाई बीम, लो बीम के प्रयोग के संबंध में जागरूक किया गया।
फतेहपुर अमौली, । प्राइवेट बसों के रूट पर बड़ी संख्या में डग्गामार वाहनों के साथ ही ई-रिक्शा का होने वाला संचालन बस ऑपरेटरों के लिए मुसीबत बना हुआ है। प्राइवेट मार्गों पर होने वाले संचालन का टैक्स जमा किए जाने के बावजूद जिम्मेंदारों की अनदेखी से यात्रियों की कमी होने के कारण बसों का खर्च नहीं निकल पा रहा। जिससे कस्बे से चलने वाली 40 बसों का संचालन पूर्णतया बंद करना पड़ गया। जिससे यात्रियों को भी समस्याओं का समाना करना पड़ रहा है। कस्बे से घाटमपुर व बिंदकी के लिए बसों का संचालन लंबे समय से कराया जा रहा है। लेकिन इन दिनों ई-रिक्शा संग अन्य वाहनों की बढ़ती तादात को देखते हुए बसों में यात्रियों का टोटा हो चुका है। जिससे खर्च भी निकालना मुश्किल हो रहा है। इतना ही नहीं इन छोटे वाहन संचालकों के लोकल होने के कारण इनका विरोध करने पर आए दिन वाद-विवाद होना आम बात हो चुकी है। रिक्शा संचालको द्वारा विरोध करने पर बदसलूकी की जा रही है वहीं इन संचालको द्वारा यात्रियों से मनमानी किराया भी वसूल किया जा रहा है। बस यूनियन के अध्यक्ष संतोष सचान ने बताया कि कस्बे से घाटमपुर मार्ग पर 22 तथा बिंदकी मार्ग पर 18 बसों का संचालन कराया जाता रहा है। जिनका प्रतिमाह करीब 32 लाख रुपये टैक्स व 60 लाख रुपये परमिट का भी जमा करवाया गया था। जो परमिट अब भी समाप्त नहीं हुए है, इनका संचालन रोके जाने के लिए कई बार प्रशासन से मांग की जा चुकी है लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। जिससे बसों का संचालन बंद करना पड़ा, वहीं विकास शुक्ला ने बताया की ई-रिक्शा के संचालन पर अंकुश न लगाए जाने पर ऑपरेटर भुखमरी की कगार पर पहुंच रहे है। बताया कि जल्द ही ई-रिक्शा की भरमार होने से फतेहपुर-जहानाबाद मार्ग से भी संचालन बंद करना पड़ सकता है। जबकि प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन के जिलाध्यक्ष फरहत अली सिद्दीकी ने बताया कि अन्य मार्गां पर ही बसों के संचालन के लिए प्राइवेट रूट बनाए गए है जिनका बस ऑपरेटरों द्वारा परमिट टैक्स दिया जाता है। लेकिन इन मार्गों पर अन्य डग्गामार वाहनों का संचालन होने के कारण बस ऑपरेटरों की समस्याएं समाप्त नहीं हो पा रही। ऑपरेटरों की समस्याओं को देखते हुए कई बार शिकायत भी की जा चुकी है इसके बावजूद ध्यान न दिए जाने से समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही।
फतेहपुर मलवां, । क्षेत्र के आजमाबाद भैंसाही ग्राम पंचायत में खनन माफिया के साथ मिलकर पशुचर व पौधरोपण की सरकारी जमीन की मिट्टी खोदकर बेचने का प्रकरण प्रकाश में आया। दबंगो द्वारा खनन माफिया के साथ मिलकर सरकारी जमीन को कुएं में तब्दील करलाखों का खेल किया है। जिसकी शिकायत सीएम से प्रधान द्वारा की गई है। सदर तहसील के आजमाबाद भैंसाही में सरकारी जमीन से खोदी जाने वाली मिट्टी को आद्योगिक क्षेत्र में बेचकर दबंग लाखों रुपये का खेल कर चुके है। ग्राम प्रधान सुखराज ने बताया की पशु चरवा, पौधरोपण की जमीन पर गांव के ही दो लोगो द्वारा खनन माफिया से सांठगांठ कर कई बीघे में कुएंनुमा गहरे गड्ढे करवाकर जेसीबी की सहायता से मिट्टी की खुदाई करवाकर रात के अंधेरे में खेल किया जा रहा है। आरोप लगाया कि मामले का विरोध करने पर बदसलूकी करने के साथ ही मारपीट तक करने पर आमादा हो जाते है। मामले की शिकायत किए जाने के बाद भी सम्बंधितो द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिसके चलते सीएम व एसपी से मामले की शिकायत की गई है। जिस पर जल्द ही कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया गया है, कहा कि यदि कार्यवाही नहीं की जाती तो ग्रामीणों के साथ डीएम से मुलाकात कर मामले की शिकायत दर्ज कराई जाएगी।
युपी फतेहपुर, । 50 नंबर ओवर ब्रिज से बड़ी संख्या में होने वाले वाहनों संग मार्ग की देखरेख न किए जाने के कारण आवागमन कभी भी हादसों भरा हो सकता है। दरअसल पुल में आने वाली दरारों संग मार्ग के खस्ताहाल होने के कारण यहां पर होने वाले हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता। जिससे इस मार्ग का आवागमन कभी भी बाधित हो सकता है। पूर्व में शांतीनगर से राधानगर तक होने वाले मार्ग निर्माण के दौरान पीडब्ल्यूडी द्वारा 50 नंबर ओवर ब्रिज को भी दुरुस्त करवाया गया था। लेकिन वर्तमान में पुल में आने वाली दरारों व मार्ग के खस्ताहाल हो जाने के कारण राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पुल से बड़ी संख्या में छोटे व बड़े ओवरलोड वाहनों का संचालन होता है। इसके बावजूद सम्बंधित विभाग द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिससे पुल में हो चुकी दरारों व मार्ग खस्ताहाल होने के कारण हादसों की आशंकाए बढ़ती जा रही है। इस पुल से बांदा सहित कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ आदि के लिए वाहनों का आवागमन होता रहता है। लेकिन विभाग द्वारा इस ओर ध्यान न दिए जाने के चलते होने वाले हादसों की संभावनाएं भी बढ़ने लगी है। वहीं एक्सईएन पीडी एके शील ने बताया कि पुल में वाइब्रेशन के लिए मार्ग के बीच में दिए जाने वाले पार्ट में नालीनुमा लाइन बनवाई जाती है। जिसमें कूड़ा जमा हो जाने के कारण उसकी सफाई करवाई गई है। यदि इसकी सफाई न कराया जाए तो समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जहां कूड़ा जम गया था वहां पर छेनी के सहारे सफाई करवाने के दौरान कुछ स्थानों पर मार्ग उखड़ गया है जिसे जल्द ही दुरुस्त करवाया जाएगा।
युपी फतेहपुर। सड़क सुरक्षा पखवारे के तहत टोल प्लाजा में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। निजी व सरकारी एम्बुलेंस चालकों सहित अन्य चालक-परिचालक, मिस्त्रत्त्ी आदि को सुरक्षा के नियम बताकर जागरुक किया गया। एआरटीओ प्रवर्तन लक्ष्मीकांत द्वारा ओवर लोड, बिना एचएसआरपी लगे वाहन, सड़क के किनारे खड़े वाहनों एवं रेट्रोरिफलेक्टिव टेप की जांच पड़ताल की गई। उन्होंने चालकों को लेन ड्राइविंग के बारे में जानकारियां दी। साथ ही रात के समय हेड लाइट के हाई बीम, लो बीम के प्रयोग के संबंध में जागरूक किया गया।