सर्दी ने दस्तक दे दी है। न्यूनतम तापमान बीस से नीचे आ चुका है लेकिन दोआबा के सैकड़ों बच्चों को अब भी स्वेटर नसीब नहीं है। विभाग ने उन बच्चों को डीबीटी धनराशि नहीं दी है जिनके पास आधार कार्ड नहीं है या फिर उनके अभिभावकों के बैंक खातों से आधार सीड नहीं है। विभाग नियमित रूप से समीक्षा कर इन दिक्कतों को दूर करने में लगा है लेकिन अभिभावकों की उदासीनता के चलते अपेक्षित तेजी नहीं दिखाई जा सकी। बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन परिषदीय स्कूलों के बच्चों को यूनिफार्म, जूता मोजा, बैग व स्वेटर मुहैया कराने के लिए पहले डीबीटी फीडिंग बड़ी समस्या थी। अब आधार विहीन बच्चे व अनसीडेड खाते सिरदर्द बने हैं। विभागीय समीक्षा में जनपद के सैकड़ों अभिभावकों के खाते अनसीडेड पाए गए हैं। इस स्थिति में इनके बच्चों को धनराशि का हस्तांतरण होना संभव नहीं होगा। विभाग ने उन अभिभावकों के खाते में 1200 रूपए की धनराशि नहीं भेजी है जिनके बैंक खातों से उनका आधार नंबर सीड नहीं है या संदिग्ध अथवा उनके पाल्य आधारविहीन हैं। शिक्षकों ने आधार सत्यापन तो कर दिया लेकिन व्यवहारिक तौर पर तमाम समस्याएं सामने आई।