युपी फतेहपुर, । गैर प्रदेशों में सस्ता गल्ला विक्रेताओं की भांति लाभांश दिए जाने की मांग पर कोटेदार लामबंद हो गए। मंगलवार को कोटेदारों ने बैठक कर प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर दो सौ रुपये प्रति कुंतल का लाभांश दिए जाने की मांग पूरी न होने पर जनवरी माह से हड़ताल करते हुए राशन वितरण न किए जाने का निर्णय लिया है। कोटेदारों की बैठक में प्रदेश में मिलने वाले राशन के लाभांश पर चर्चा की गई। उप्र सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के जिलाध्यक्ष भारत साहू ने कहा कि प्रदेश में कोटेदारों को महज 90 रुपये प्रति कुंतल का लाभांश दिया जा रहा है। जबकि हरियाणा, गोवा, दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र सहित राजस्थान में कोटेदारों को 150 से लेकर 200 रुपये तक का लाभांश दिया जा रहा है। इतना ही नहीं गुजरात में विक्रेताओं को 20 हजार रुपये मासिक मानदेय मिल रहा है। लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा कोटेदारों की समस्याओं को लेकर गंभीरता न बरते जाने से परेशानियां खड़ी हो रही है। इसके बावजूद समस्याओं का निस्तारण न होने से कोटेदारों को होने वाली समस्याओं से निजात नहीं मिल पा रही। मांग करते हुए कहा कि कोटेदारों को मिलने वाले लाभांश (कमीशन) को बढ़ाकर दो सौ रुपये प्रति कुंतल किया जाए। अन्यथा की दशा में दोआबा के एक हजार से अधिक कोटेदार जनवरी माह से राशन का वितरण न करते हुए हड़ताल करने को बाध्य होंगे। जिससे जिले के हजारों कार्डधारकों को होने वाली परेशानियों से इंकार नहीं किया जा सकता।