क्षेत्र के दादर में स्थित श्री बजरंग स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बुधवार को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा अभिगृहित ग्राम लखनापार में द्वितीय एकदिवसीय शिविर का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर उदय पासवान के मार्गदर्शन में किया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर अशोक कुमार ने मतदाता जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर अभिगृहित ग्राम लखनापार के लिये रवाना किया। इस शिविर के अंतर्गत कार्यक्रम अधिकारी डॉ. एस. एन. मिश्र के निर्देशन में स्वयंसेवक तथा स्वयंसेविकाओं द्वारा अभिगृहित ग्राम लखनापार में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के अंतर्गत ग्राम वासियों को मतदान के महत्व के बारे में बताया गया। रैली के अंतर्गत "अपनी ताकत को पहचान, चलो करें हमसब मतदान, उम्र अठारह पूरी है, मत देना बहुत जरूरी है, प्रजातंत्र से नाता है, भारत के मतदाता हैं, आओ मिलकर अलख जगाएँ शत प्रतिशत मतदान कराएँ इत्यादि प्रेरक नारों द्वारा ग्राम वासियों को मतदान के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया। रैली में महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी सम्मिलित रहे।
सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के सिसोटार गांव में चकबंदी विभाग द्वारा किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। चकबंदी विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार से किसानों में आक्रोश है। बुधवार को सीसोटार गांव के किसान दर्जनों की संख्या में तहसील में स्थित चकबंदी ऑफिस में पहुंचे। इसके बाद जांच करने आए एसओसी नरेंद्र कुमार सिंह के समक्ष जमकर बवाल किया। सभी किसानों का आरोप था, कि चकबंदी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। 41 वर्षों से चकबंदी प्रक्रिया चल रही है। लेकिन अब तक वह पूरा नहीं हो सका। अगर ठीक ढंग से चकबंदी हुआ होता तो काश्तकारों को भी कोई कठिनाई नहीं होती और सैकड़ों एकड़ बचत की जमीन भी सरकार को मिल गई होती। वहीं सड़क नाली आदि की समस्या भी समाप्त हो गया होता लेकिन कुछ दलाल व विभागीय अधिकारियों के साठ गांठ के कारण बड़े पैमाने पर चकबंदी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार किया गया है। किसानों ने एक स्वर से जांच करने आए अधिकारी से चकबंदी प्रक्रिया निरस्त कर पुनः चकबंदी करने की मांग किया। इस सम्बन्ध में जांच करने आए एसीओ नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 16 सितंबर 2023 का प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व शासन ने निर्देश दिया है। 10 वर्ष से अधिक समय से चल रहे चकबंदी गांव का मार्च 2024 तक हर हालत में चकबंदी प्रक्रिया पूर्ण कराई जाए। लेकिन इस गांव में तमाम शिकायतें किसानों द्वारा की गई है। जिसका अभिलेखीय जांच कराया जा रहा है। एक सप्ताह के अंदर जांच पूरी हो जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
खरीद तथा दरौली के मध्य बनने वाला पक्का पुल 2024 में बनकर तैयार हो जाना था, लेकिन अभी तक काम बंद होने के कारण पक्का पुल पर खतरा मडरा रहा है। सपा सरकार में पद का पुल की नींव रखी गई थी लेकिन भाजपा सरकार के दूसरा कार्यकाल चलने के बावजूद भी अभी तक पक्का पुल बनकर तैयार नहीं हुआ।
बलिया जिले के सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के सिकंदरपुर नगर पंचायत में मनियर मार्ग पर बीच सड़क पर ही कूड़ा फेके जाने से लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। लोगों का मानना है कि विभागीय कर्मचारियों तथा अधिकारियों के मौन रहने से दुर्गंध फैल रही है।
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