उत्तरप्रदेश राज्य के अमेठी ज़िला से प्रवीण यादव ,मोबाइल वाणी के माध्यम से अधिवक्ता उषा यादव से बात हो रही है। ये कहती है कि शिक्षा के अभाव के कारण महिला हिंसा की शिकार हो रही है। अगर महिलाएं शिक्षित हो जाएगी तो घरेलु हिंसा से बच जाएगी। साथ ही नशीले पदार्थ में रोक लगानी ज़रूरी है। क्योंकि नशा घर में हिंसा ले कर आता है। नशा मुक्ति होना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा शिक्षा का प्रचार हो ,ताकि महिलाएँ घरेलु हिंसा से बच सके। महिलाएं जो भी कोर्ट आती है ,उन्हें मदद मिलती है। महिलाओं के लिए महिला आयोग और कई ऐसे पोर्टल है जो महिलाओं की मदद करते है
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ शिमला मिर्च लगाने की विधि के बारे में जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
कस्बा शहर से लेकर ग्रामीण बाजारों में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है जिम्मेदार अधिकारी मौन रहते हैं
हथ किला गांव के पास एक अनियंत्रित ट्रक सड़क के किनारे हिचकोले खाता हुआ उतर गया उसे पर चालक और खलासी घायल हो गए ग्रामीणों में हड़कंप मच गया
जिलाधिकारी ने जिले के माडल स्कूलो का निरीक्षण किया बच्चों से किताब पढ़वाए
जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने जिले में आयोजित पुलिस परीक्षा के केंद्रों के लिए जायजा लिया
संग्रामपुर विकासखंड में एल ईडी वैन से जागरूक किया गया
घरेलू हिंसा सभ्य समाज का एक कड़वा सच है।आज भले ही महिला आयोग की वेबसाइट पर आंकड़े कुछ भी हो जबकि वास्तविकता में महिलाओं पर होने वाली घरेलु हिंसा की संख्या कई गुना अधिक है। अगर कुछ महिलाएँ आवाज़़ उठाती भी हैं तो कई बार पुलिस ऐसे मामलों को पंजीकृत करने में टालमटोल करती है क्योंकि पुलिस को भी लगता है कि पति द्वारा कभी गुस्से में पत्नी की पिटाई कर देना या पिता और भाई द्वारा घर की महिलाओं को नियंत्रित करना एक सामान्य सी बात है। और घर टूटने की वजह से और समाज के डर से बहुत सारी महिलाएं घरेलु हिंसा की शिकायत दर्ज नहीं करतीं। उन्हें ऐसा करने के लिए जो सपोर्ट सिस्टम चाहिए वह हमारी सरकार और हमारी न्याय व्यवस्था अभी तक बना नहीं पाई है।बाकि वो बात अलग है कि हम महिलाओं को पूजते ही आए है और उन्हें महान बनाने का पाठ दूसरों को सुनाते आ रहे है। आप हमें बताएं कि *-----महिलाओं के साथ वाली घरेलू हिंसा का मूल कारण क्या है ? *-----घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें अपने स्तर पर क्या करना चाहिए? *-----और आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा होती देखी तो क्या किया?
हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे।अगर आपके पास है कोई मज़ेदार चुटकुला, तो रिकॉर्ड करें मोबाइल वाणी पर, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर और जीतें आकर्षक इनाम।
बनो नई सोच ,बुनो हिंसा मुक्त रिश्ते की आज की कड़ी में हम सुनेंगे महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और हिंसा के बारे में।