खबर अमेठी के टीकरमाफी बाजार से है जहां बीते 2 जनवरी को टीकरमाफी बाजार स्थित अमित कुमार पाठक की दुकान में चोरों ने पीछे दीवाल को काटकर लगभग 60 से 70 हजार रुपए का सामान तथा 6 से 7 हजार रुपए नगद चुरा ले गए। जिसकी शिकायत पीड़ित ने चौकी टीकरमाफी में की थी लेकिन अभी तक पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित व्यक्ति अभी तक परेशान और हतास है

खबर अमेठी से जहां पुलिस अधीक्षक डॉक्टर इलामारन के निर्देश में अमेठी जनपद के समस्त थानों व कार्यालयों व रिजर्व पुलिस लाइन अमेठी में स्वच्छता अभियान चलाया गया अभियान के अंतर्गत पुलिस कार्यालय गौरीगंज पुलिस लाइन अमेठी एवं जनपद की संस्थाओं पर कार्य अधिकारी कर्मचारीगणो के द्वारा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत साफ सफाई की गई।

विगत दिनों ब्यवसाई के साथ हुई लूट का खुलासा करने से ब्यापारियों में खुशी ब्याप्त है उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिला अध्यक्ष ने पुलिस कर्मियों तथा उपजिलाधिकारी का स्वागत किया

क्षेत्र में महिलाओं पर मारपीट की घटनाएं बढ़ रही है इसके लिए पुलिस उदासीन रवैया अपना रही है

खबर अमेठी जनपद के तहसील अमेठी के ग्राम पुरे उपाध्याय मजरे टीकरमाफी थाना संग्रामपुर से है जहाँ की निवासिनी एक महिला अपने ससुर और पति पर आरोप लगाते हुए अमेठी पुलिस क्षेत्राधिकारी लल्लन सिंह को प्रार्थना पत्र दिया है, जिसमे उसने बताया है कि पति व ससुर के द्वारा उसे प्रताड़ित किया जाता है।

एक सामान्य समझ है कि कानून और व्यवस्था जनता की भलाई के लिए बनाई जाती है और उम्मीद की जाती है कि जनता उनका पालन करेगी, और इनको तोड़ने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके उलट भारतीय न्याय संहिता में किये गये हालिया बदलाव जनता के विरोध में राज्य और पुलिस को ज्यादा अधिकार देते हैं, जिससे आभाष होता है कि सरकार की नजर में हर मसले पर दोषी और पुलिस और कानून पूरी तरह से सही हैं।

दो किलो नौ सौ ग्राम गांजा के साथ दो कारोबारी गिरफ्तार जायस पुलिस ने कारोबारियों के कब्जे से उन्यासी हजार पांच सौ रुपया किया बरामद जायस के कोतवाली प्रभारी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने पकड़े गये कारोबारियों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर भेजा जेल

यह भावनाओं के आहत होने का दौर है पता नहीं चलता कब किसकी कौन सी भावना आहत हो जाए। इन खिलाड़ियों के ऐसा करने के पीछे का कारण एक बाहुबली नेता के सहयोगी का एक खेल संघ के अध्यक्ष पद पर चुना जाना। इससे पहले वह नेता ही बीते दशक भर से इस संघ को चला रहा था, उस पर नाबालिगों के यौन शौषण के आरोप हैं, पुलिस इसकी जांच कर रही है लेकिन इस जांच के क्या नतीजे होंगे उसको क्या सजा मिलेगी यह सब सरकार की मर्जी पर निर्भर करता है । *------दोस्तों आपको क्या लगता है क्या हमारे देश के पहलवान जो यौन शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं वे अपनी जगह पर ठीक हैं या उनमें कुछ है जो उन्हें गलत साबित करता है, उन्हें किसी के हाथ का खिलौना बनाता है। हो सकता है कि आप इन दोनों में से किसी एक विचार से सहमत हों। वह विचार चाहे जो भी हो उसे कहिए, बोलिए, हमें बताइए, क्योंकि एक महान लोकतंत्र के लिए लोगों का बोलना ज़रूरी है

पीआरडी जवानों की ड्यूटी दूर लगाए जाने से उनके परिवार के लोग परेशान हैं उनको आर्थिक संकट घेर लिया है

भारतीय पुलिस व्यवस्था अंग्रेजों की देन है लेकिन उसके बाद बनी व्यवस्था और संस्थाएं, यहां की जरूरत के हिसाब से बनाई गईं। इन सभी का काम था कि अपराधों को रोकना और अपराधियों को पकड़ कानून के समक्ष पेश करना। इनको बनाने के पीछे के उद्देश्य अच्छा था, लेकिन हर बीतते दिन के साथ उजागर होते इनके कारनामे, अफसोस करने पर मजबूर करते हैं कि इनको बनाया ही क्यों गया, टेक्स देने वालों के पैसे की इस तरह बर्बादी क्यों? इन्हें काम अपने तो मालिकों के इशारे पर करना है, बजाए इसके जिसके लिए उन्हें बनाया गया है।