पुलिस परीक्षा में शामिल हुए युवकों ने राज्यपाल को एक ज्ञापन देने के लिए उप जिलाधिकारी को सोप जिसमें पुलिस परीक्षा रद्द करने की मांग की गई थी

जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने जिले में आयोजित पुलिस परीक्षा के केंद्रों के लिए जायजा लिया

घरेलू हिंसा सभ्य समाज का एक कड़वा सच है।आज भले ही महिला आयोग की वेबसाइट पर आंकड़े कुछ भी हो जबकि वास्तविकता में महिलाओं पर होने वाली घरेलु हिंसा की संख्या कई गुना अधिक है। अगर कुछ महिलाएँ आवाज़़ उठाती भी हैं तो कई बार पुलिस ऐसे मामलों को पंजीकृत करने में टालमटोल करती है क्योंकि पुलिस को भी लगता है कि पति द्वारा कभी गुस्से में पत्नी की पिटाई कर देना या पिता और भाई द्वारा घर की महिलाओं को नियंत्रित करना एक सामान्य सी बात है। और घर टूटने की वजह से और समाज के डर से बहुत सारी महिलाएं घरेलु हिंसा की शिकायत दर्ज नहीं करतीं। उन्हें ऐसा करने के लिए जो सपोर्ट सिस्टम चाहिए वह हमारी सरकार और हमारी न्याय व्यवस्था अभी तक बना नहीं पाई है।बाकि वो बात अलग है कि हम महिलाओं को पूजते ही आए है और उन्हें महान बनाने का पाठ दूसरों को सुनाते आ रहे है। आप हमें बताएं कि *-----महिलाओं के साथ वाली घरेलू हिंसा का मूल कारण क्या है ? *-----घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें अपने स्तर पर क्या करना चाहिए? *-----और आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा होती देखी तो क्या किया?

खबर अमेठी जनपद के मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र से है जहाँ अपने अपने अपने दुर्गंध भवानी मंदिर में हुई चोरी का पुलिस ने खुलासा किया है।

खबर अमेठी जनपद के अमेठी कोतवाली की है जहां एक युवक ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया जब उसकी जानकारी हुई तब वह कोतवाली पहुंचा जहां अपना शिकायती पत्र देते हुए कार्रवाई की मांग की।

खबर अमेठी जनपद के जायस कस्बे से है जहां आज जुम्मे की नमाज को लेकर पूरे कस्बे में पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा।

अमेठी कस्वे सहित क्षेत्र की सभी बड़ी मस्जिद के सामने पुलिस बल किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात रहा

अमेठी कस्वे में शान्ति अमन कायम रखने के लिए पुलिस पीएसी ने निकाला फ्लैग मार्च

आप सभी ने बूथ कैप्चरिंग के बारे में तो सुना ही होगा, हो सकता है किसी ने देखा भी हो। मोटा-मोटी कहा जाए तो हर कोई जानता है कि बूथ कैप्चरिंग क्या होती है और कैसे होती है। इसको और बेहतर तरीके से समझना हो तो इस तरह से भी देखा जा सकता है कि भारत में होने वाले सभी प्रकार के चुनावों में पंचायत से लेकर संसद तक के चुनाव में सुरक्षा बल एक अनिवार्य जरूरत हैं। सुरक्षा बलों के बिना निष्पक्ष चुनावों की कल्पना भी नहीं की जा सकती। पिछले 75 सालों में इस एक मसले पर कुछ भी नहीं बदला है। यह हाल तब है जब पुलिस, प्रशासन और सुरक्षा बलों को देख कर डरने की प्रवत्ति आम है। ऐसे में कहना कि चुनाव निष्पक्ष होते हैं एक क्रुर मजाक से ज्यादा कुछ नहीं।

खबर अमेठी के जामो थाना क्षेत्र अंतर्गत पूरे राधे तिवारी गांव के पुरवा का है, जहां चोरों ने घर में घुसकर लाखों की चोरी की घटना को अंजाम दिया है। ग्रामीणों में आए दिन हो रही ऐसी घटनाओं को लेकर दहशत का माहौल है।