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उत्तरप्रदेश राज्य के जिला अमेठी से एम.पी मिश्रा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नागेंद्र सिंह से हुई। नागेंद्र सिंह यह बताना चाहते है कि महिलाओं को जमीनी हक़ मिलना चाहिए। इस समय पुरुषों और महिलाओं का लिंगानुपात मामले में महिलाओं की संख्या काफी निंदनीय है और दिन-प्रतिदिन उनका जो आर्थिक पुनराथान हुआ है, जिस तरह से महिला सशक्तिकरण की बात आयी है, उसमे सबसे बड़ा लाभ यह है कि अगर उन्हें भूमि का अधिकार दिया जाता है, तो वे और अधिक सशक्त होंगे और अगर वे अपने परिवार में से एक हैं, अगर वह उत्तराधिकारी होते हैं तो कम से कम भूमि विवाद खत्म हो जाएंगे और यह महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। लेकिन गाँवों में आज भी पुरुष महिलाओं को भूमि का अधिकार देने के लिए संघर्ष कर रहे हैं क्यूंकि समाज का एक ऐसा वर्ग है जो समाज की मुख्यधारा से जुड़ा नहीं है, जो पुराने गांव की पुरानी चीजों के साथ चल रहा है जो शिक्षा और अन्य दृष्टि में बहुत पिछड़े हुए हैं वही पुरानी चीज़ों को लेकर चल रहा है और समाज में कई क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं।

यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो भारतीय डाक सर्किल द्वारा निकाली गयी ब्रांच पोस्ट मास्टर, असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर, एवं डाक सेवक के पद पर कार्य करने के लिए इच्छुक हैं। तीनों पदों पर कुल 44,228 रिक्तियां निकाली हैं। इन पदों के लिए मासिक वेतन 10,000 से 30,000 रूपए रखा गया है। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मैट्रिक पास किया हो।साथ ही आवेदन कर्ता की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इन पदों के लिए आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग के लिए 100 रूपए तथा आरक्षित वर्ग एवं महिलाओं के लिए निशुल्क रखा गया है। इच्छुक उम्मीदवार को अपना आवेदन ऑनलाइन भरना होगा। अधिक जानकारी के लिए आवेदन कर्ता इस वेबसाइट पर जाकर जानकारी ले सकते हैं, वेबसाइट है www.indiapostgdsonline.gov.in/आवेदनकर्ताओं का चयन मेरिट लिस्ट के आधार पर किया जायेगा। याद रखिये आवेदन करने की अंतिम तिथि 05/08/2024 है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला अमेठी से एम.पी मिश्रा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से विजय शर्मा से हुई। विजय शर्मा यह बताना चाहते है कि महिलाओं को भूमि अधिकार उन्हें आत्मनिर्भर बना देंगे, जिससे देश-विदेश में प्रगति होगी। इससे पुरुषों को भी लाभ होगा। आज पुरुष जमीन बेचकर खा ले रहे है। महिला बच्चे अनाथ हो रहे हैं, जबकि भूमि उनका सहारा है। अगर उनको जमीनी अधिकार मिलेगा तो वह सभी काम खुद कर सकती है अपना परिवार चला सकती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला अमेठी से एम.पी मिश्रा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से राजेश यादव से हुई। राजेश यादव यह बताना चाहते है कि महिला को जमीनी हक मिलना चाहिए। महिलाओं को हक़ मिलना चाहिए उनके साथ अन्याय हो रहा है। सरकार भी यह चाहती है कि उनको अधिकार मिले और अधिकार मिलने से महिला सशक्त बनेंगे , आगे बढ़ेगी और समाज आगे बढ़ेगा। पहले भी महिलाओं को अधिकार मिलता था।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा नींबू के फसल के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

मोटाभाई ने महज एक शादी में जितना खर्च किया है, वह उनकी दौलत 118 बिलियन डॉलर का 0.27 है। जबकि उनकी दौलत कृषि संकट से जूझ रहे देश का केंद्रीय बजट का 7.5 प्रतिशत से भी कम है। जिस मीडिया की जिम्मेदारी थी कि वह लोगों को सच बताएगा बिना किसी का पक्ष लिए, क्या यह वही सच है? अगर हां तो फिर इसके आगे कोई सवाल ही नहीं बनता और अगर यह सच नहीं तो फिर मीडिया द्वारा महज एक शादी को देश का अचीवमेंट बताना शुद्ध रूप से मुनाफे से जुड़ा मसला है जो विज्ञापन के रुप में आम लोगों के सामने आता है। क्योंकि मीडिया का लगभग पचास प्रतिशत हिस्सा तो मोटाभाई का खुद का है और जो नहीं है वह विज्ञापन के लिए हो जाता है "कर लो दुनिया मुट्ठी में” की तर्ज पर। दोस्तों, इस मुद्दे पर आप क्या सोचते है ?अपनी राय रिकॉर्ड करें मोबाईलवाणी पर, अपने फोन से तीन नंबर का बटन दबाकर या फिर मोबाईल का एप डाउनलोड करके।

उत्तरप्रदेश राज्य के अमेठी से एमपी मिश्रा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अम्बा सिंह से हुई। ये कहते है कि महिलाओं के नाम जमीन होना चाहिए। आगे अगर बच्चे बड़े हो गए , महिला के पास कुछ न रहे और बच्चे उन्हें नहीं पूछे तो आगे उन्हें दिक्कत होगा । महिलाओं के पास जमीनी अधिकार होना चाहिए ताकि किसी भी परिस्थिति में वो आगे अपना भरण पोषण करने लायक रहे

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीव दास साहू ,ज्वार के फसल के लिए मिट्टी एवं बीज का चयन और बीज शोधन की जानकरी दे रहे हैं। ज्वार के फसल से जुड़ी कुछ बातें किसानों को ध्यान में रखना ज़रूरी है। इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.