बिहार राज्य के अरवल ज़िला से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इनके क्षेत्र में न तो टेंकर की सुविधा है न ही सप्लाई पानी की सुविधा न ही नल जल की सुविधा है। नल जल योजना के तहत जो घर में नल की सुविधा लगा था वहाँ भी पानी नहीं आता है। पानी का कोई भी जाँच नहीं हो पाता है। लोग चापानल का पानी पीते है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के ग्राम कोरी से नीरज कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि हाथ अच्छे से धोना एक अच्छा तरीका है जिससे हम कई कीटाणु और वायरस से बच सकते है। हाथ के द्वारा हमारे शरीर में कई संक्रमण जाते है और बीमारी का रूप ले लेते है।गंदे हाथों से बच्चों में फ्लू ,दस्त आदि की समस्या हो सकती है। हाथ धोना व्यक्तिगत स्वच्छता का पहला और स्वच्छ कदम है जो समाज को भी स्वच्छ बनाता है। बाहर से घर आने पर हाथ धोना चाहिए ,जानवरों को छूने के बाद हाथ धोना चाहिए,बीमार व्यक्ति की देखभाल के बाद हाथ धोना चाहिए ,इस तरह कई कार्य करने के बाद हाथ धोना चाहिए। साथ ही नल जल की सुविधा के लिए शुल्क देना ज़रूरी है। ऐसा इसलिए ज़रूरी है क्योंकि जल स्रोतों और पानी लाइन की मरम्मत या पाइप में लीकेज या ख़राबी जो भी आती है उसे ठीक करने में पैसे की ज़रुरत पड़ती है। जल को फ़िल्टर करना ,ट्रीटमेंट करने और घरों तक पहुँचाने में संसाधन और श्रमिक दोनों लगते है। अगर लोग शुल्क देंगे तो योजना लम्बे समय तक टिक सकती है और सब को निरंतर पानी मिलता रहेगा। जब लोग शुल्क देते है तो वे इस सुविधा को गंभीरता से लेते है और जल का दुरूपयोग नहीं करते है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के आगांव पंचायत के वार्ड 18 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मालती देवी से हुई। मालती देवी कहती है कि नल टूटा हुआ है जिसके कारण पानी की बर्बादी बहुत अधिक होती है। हमलोग जरूरत के इतना पानी ले कर उसे बंद कर देते हैं। लेकिन नल खराब होने के कारण कई घरों में पानी नहीं पहुँच पा रहा है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के आगांव पंचायत के वार्ड 18 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रभा देवी से हुई। प्रभा देवी कहती है कि वो ज्यादा पानी बर्बाद नहीं करती हैं। उनके घर शुरू से ही पानी नहीं आता है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के आगांव पंचायत के वार्ड 18 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से फुल देवी से हुई। फुल देवी कहती है कि पानी को बाल्टी और डब्बा में भर के बचाव करना चाहिए। अगर नल टूटा हुआ है,तो पानी को बंद करने के लिए लकड़ी का प्रयोग करना चाहिए। पानी निकलने का साधन नहीं है,तो नली गली बनवाने की आवश्यकता है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के आगांव पंचायत के वार्ड 18 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से उषा देवी से हुई। उषा देवी कहती है कि नल जल का लाभ नहीं मिल रहा है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के आगांव पंचायत के वार्ड 18 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से उषा देवी से हुई। उषा देवी कहती है कि पानी का बचाव ड्राम में भर कर करना चाहिए। हमारे यहाँ कनेक्शन है लेकिन नल टूटा हुआ है। इसलिए पानी नहीं आता है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के आगांव पंचायत के वार्ड 18 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से बबीता देवी से हुई। बबीता देवी कहती है कि पानी को बाल्टी में जमा कर बंद कर देना चाहिए। अगर नल टूटा हुआ है तो उसे बनवाना चाहिए। इस क्षेत्र में कई जगहों पर नल टूटा हुआ है ,लेकिन अब तक नहीं बनवाया गया है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के आगाँव पंचायत के वार्ड 18 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मालती देवी से हुई। मालती देवी कहती है कि उनके घर के पास टंकी का पाइप कई जगह पर फट गया है। जिसके कारण पानी बहुत अधिक मात्रा में बर्बाद हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कई घरों में पानी नहीं पहुँच पा रहा है। जबकि पानी समय से एक दिन में तीन बार चलाया जाता है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के आगाँव पंचायत के वार्ड 18 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मंटु से हुई। मंटु कहते है कि एक साल से ज्यादा हो गया है लेकिन उनके घर पानी नहीं आता है