बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पानी को साफ़ करने के कई तरीके है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि पानी कितना गन्दा है और किस उपयोग के लिए चाहिए।पानी को दस से पंद्रह मिनट उबलने से बैक्टीरिया मर जाते है। मोठे कपड़े या मलमल के कपड़े से पानी छान कर मोटे कण छान सकते है। फिटकिरी डाल कर पानी को हिला देने से गन्दगी निचे जम जाता है और ऊपर का पानी साफ़ हो जाता है।आधुनिक तरीके से भी पानी को साफ़ किया जा सकता है जैसे कैंडल मिटटी का फ़िल्टर ,आरओ आदि। पानी में क्लोरीन टेबलेट या ब्लीचिंग डाल कर पानी साफ़ कर सकते है। पीने के लिए स्वच्छ पानी और फ़िल्टर किया हुआ पानी का ही इस्तेमाल करना चाहिए

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के ग्राम कोरी से नीरज कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि हाथ अच्छे से धोना एक अच्छा तरीका है जिससे हम कई कीटाणु और वायरस से बच सकते है। हाथ के द्वारा हमारे शरीर में कई संक्रमण जाते है और बीमारी का रूप ले लेते है।गंदे हाथों से बच्चों में फ्लू ,दस्त आदि की समस्या हो सकती है। हाथ धोना व्यक्तिगत स्वच्छता का पहला और स्वच्छ कदम है जो समाज को भी स्वच्छ बनाता है। बाहर से घर आने पर हाथ धोना चाहिए ,जानवरों को छूने के बाद हाथ धोना चाहिए,बीमार व्यक्ति की देखभाल के बाद हाथ धोना चाहिए ,इस तरह कई कार्य करने के बाद हाथ धोना चाहिए। साथ ही नल जल की सुविधा के लिए शुल्क देना ज़रूरी है। ऐसा इसलिए ज़रूरी है क्योंकि जल स्रोतों और पानी लाइन की मरम्मत या पाइप में लीकेज या ख़राबी जो भी आती है उसे ठीक करने में पैसे की ज़रुरत पड़ती है। जल को फ़िल्टर करना ,ट्रीटमेंट करने और घरों तक पहुँचाने में संसाधन और श्रमिक दोनों लगते है। अगर लोग शुल्क देंगे तो योजना लम्बे समय तक टिक सकती है और सब को निरंतर पानी मिलता रहेगा। जब लोग शुल्क देते है तो वे इस सुविधा को गंभीरता से लेते है और जल का दुरूपयोग नहीं करते है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत से हमारे संवाददाता रितिक की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से वार्ड पंच से हुई। वार्ड पांच के वार्ड पंच मोहन पासवान कहते है कि वो ग्रामीणों को जानकारी देते हैं कि नल - जल के द्वारा जब पानी आता है,तो काम जितना हो उतना पानी लेने के बाद पानी को बंद कर देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया की उन्हें पानी बचाव की जानकारी दस्तक अभियान की बैठक में मिली थी। इसलिए वो काम अनुसार पानी लेने के बाद पानी को बंद कर देते हैं

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड से ऋतिक कुमार की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से दिहिरा पंचायत के वार्ड 4 निवासी इंदु देवी से हुई।इंदु कहती है कि जब पानी चलता है तो सभी लोग अपना पानी भर कर नल को बंद कर देते है और नल के पानी से खेत का पटवन नहीं किया जाता है। साथ ही इंदु लोगों को पानी बचाने को लेकर जागरूक करती है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड से ऋतिक कुमार की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से दिहिरा पंचायत के वार्ड 4 निवासी जोगेन्दर चौधरी से हुई।जोगेन्दर कहते है कि सभी लोग पानी का इस्तेमाल कर के नल बंद कर देते है। पानी की ज़्यादा ज़रुरत पड़ने पर पानी को बाल्टी या ड्रम में स्टॉक कर लेते है। ज़रुरत पड़ने पर ही नल खोलते है। पानी बचाने को लेकर एवं जल संचयन को लेकर लोगों को भी जागरूक करते है। लोग पानी बचाते है।

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के असगाँव पंचायत के वार्ड नंबर 5 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से वार्ड सचिव रवि रंजन से हुई। जिसमें रवि रंजन ने जानकारी दी कि उनके क्षेत्र में दस्तक दल की बैठक हुई। जिसमें वो शामिल हुए थे।इस बैठक में पानी बचाव की जानकारी दी गई। यही जानकारी वो ग्रामीणों के साथ भी साझा करते हैं।

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 1 से ऋतिक कुमार ने ऑपरेटर लक्ष्मी सिंह से बातचीत की। जिसमें लक्ष्मी सिंह ने जानकारी दी कि वो दस्तक अभियान के बैठक में शामिल हुए थे। जहाँ पर पानी के बचाव के बारे में जानकारी दी गई। पानी बचाने के लिए जरुरी है कि नल ठीक हो साथ ही समय से पानी खुलना चाहिए और बंद भी हो जाना चाहिए। जब कहीं टोटी खराब हो या और अन्य मरम्मती का काम करवाना है, तो ग्रामीणों से जमा किये जा रहे हर माह के पैसों से ही यह काम करवाया जायेगा। जनता के सहयोग से ही काम चल रहा है अब तक। कुछ चीजें जो हमारे बनाने से नहीं बनेगा उसे बाहर से ठीक करवाने का प्रयास किया जा रहा है। 

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 1 से ऋतिक कुमार ने वार्ड पंच झिलमिला देवी से बातचीत की। जिसमें झिलमिला ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दी कि वो दस्तक अभियान के बैठक में शामिल हुए थे। जहाँ पर पानी के बचाव के बारे में जानकारी दी गई। जितना हो सके हमें पानी का बचत करना चाहिए।बेवजह नल को खुला नहीं रखना है।कम से कम ही पानी का खर्च करना है। अगर कभी नल खराब होता है व कोई और अन्य समस्या आती है,तो लोग जो महीने में 30 रूपये जमा करेंगे। उन्हीं पैसों से मरम्मती का काम करवाया जायेगा

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 1 से ऋतिक कुमार ने वार्ड सचिव राजू कुमार से बातचीत की। जिसमें राजू ने जानकारी दी कि वो दस्तक अभियान के बैठक में शामिल हुए थे। जहाँ पर पानी के बचाव के बारे में जानकारी दी गई। उस बैठक में शामिल होने के बाद से वो लोगों को पानी बचाने के बारें में जानकारी देते हैं। ग्रामीण भी अब जागरूक होने लगे हैं। अब लोग पानी बर्बाद नहीं करते हैं। जो 30 रूपये का शुल्क लिया जाएगा लोगों से ,उन पैसों से नल खराब होने पर या अन्य कोई समस्या होने पर मरम्मती का काम करवाया जायेगा। पहले लोग पानी नहीं बचाते थे पर अब सभी लोग पानी बचा रहे है

बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहरा पंचायत के वार्ड नंबर 1 से ऋतिक कुमार ने विशाल कुमार से बातचीत की। जिसमें विशाल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दी कि वो दस्तक अभियान के बैठक में शामिल हुए थे। जहाँ पर पानी के बचाव के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया अगर कहीं टंकी से पानी गिर रहा हो तो उसमें लकड़ी लगा कर पानी का बहाव को रोकना चाहिए। इस बैठक में शामिल होने के बाद अब लोग पानी बचाने लगे हैं। पानी के लिए लोगों को बस 30 रूपये शुल्क देना होगा। गांव में पहले ऐसा कुछ कभी नहीं हुआ था