बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिवकुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कोमल कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान कोमल ने बताया कि उन्होंने मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ सुना और अपने घर वालों को भी सुनाया। जिसके बाद इस कार्यक्रम से प्रेरित हो कर उनके पिता ने यह निर्णय लिया है कि वे भी अपने बच्चों को आने वाले समय में संपत्ति में बराबर का अधिकार देंगे। अपने बेटा और बेटी में कोई भेदभाव नहीं करेंगे।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू गेहूं के फसल बुवाई करने का सही समय और किस्मों की जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा फूलगोभी और पत्ता गोभी में लगने वाले माहू कीट के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .
माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें।
दोस्तों,14 नवंबर, 1889 को जन्मे देश के प्रथम प्रधानमंत्री और बच्चों के चहेते चाचा नेहरू के नाम से प्रचलित पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर देश भर में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है ।इस दिन न सिर्फ पंडित नेहरू को सच्चे मन से श्रद्धांजली अर्पित की जाती है, बल्कि बच्चों को उनके शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधित अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया जाता है।आइये हम भी आज उन्हें याद करें और उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प करें। मोबाइल वाणी परिवार के तरफ से बाल-दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
बिहार राज्य के जिला औरंगाबाद से सलोनी कुमारी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि कई महिला मोबाइल वाणी पर चल रहे कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ को सुनी और बोली की कि यह बहुत अच्छी कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में महिलाओं के हक़ के बारे में बात हो रही है। कई महिला कार्यक्रम को सुनकर अपने जीवन में परिवर्तन कर रही है। एक विधवा है जिनको घर से निकाला जा रहा था। लेकिन जब उनके ससुर को यह कार्यक्रम को सुनाया गया तो वह सुनकर और समझकर अपनी बहु को जमीन में हिस्सा दिए है। अब वह महिला उस जमीन में खेती कर रही है।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू आलू की खेती के लिए खाद और सिचाई से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा मसूर फसल की बुवाई से सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता सलोनी कुमारी ने नेहा से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि मोबाइल वाणी के कार्यक्रम को वो पिछले कई महीनों से सुन रही हैं। वो छह बहनें ही है उनका कोई अपना भाई नहीं है ,फिर भी इन्हें पैतृक संपत्ति में कोई हक नहीं मिल रहा था। उनके चाचा पूरी जमीन पर कब्ज़ा करना चाहते थे। लेकिन नेहा ने अपने पिता जी को भी यह कार्यक्रम सुनाया और धीरे - धीरे कार्यक्रम सुनते हुए उनके परिवार ने यह निर्णय लिया की बेटियों को भी भूमि में बराबर हक मिलना चाहिए। कार्यक्रम का यह प्रभाव पड़ा की उनके सभी बहनों को जमीन में हक दिया गया है। अब वह इस जमीन पर खेती भी कर रही है ।