बिहार राज्य के जिला औरंगाबाद से मुकेश कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है उनको मैं कुछ भी कर सकती हूँ सुनकर अच्छा लगता है

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बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता सलोनी कुमारी जानकारी दे रही हैं कि महिलाओं की पकड़ अपने जमीन पर नहीं है बल्कि उन्हें अपने अधिकारों के बारे में भी पता नहीं होता है। इसलिए महिलाओं को अपने अधिकारों की जानकारी जरुरी है। इसके साथ ही अपने हक की लड़ाई जरुरी नहीं है की अपने परिवार से लड़ कर और दुर्व्यवहार कर के ही लड़ी जाए। बल्कि हम प्यार और समझौते के साथ भी अपना हक ले सकते हैं

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता सलोनी कुमारी जानकारी दे रही हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलायें खेती का मुख्य हिस्सा है। लेकिन फिर भी उन्हें भूमि पर कोई अधिकार नहीं मिलता है। महिलाओं को किसान कहा जाता है। लेकिन उनके नाम पर जमीन नहीं होती है। महिला खेत में काम कर बस साग-सब्जी घर पर ला कर खाती हैं, इतना ही लाभ उन्हें मिलता है। लेकिन महिलाओं को एक होना होगा। महिलाओं को जागरूक करना होगा की कोई भी महिला अपना अधिकार ना छोड़ें

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता सलोनी कुमारी जानकारी दे रही हैं कि महिलाओं के विकास और स्थिति में सुधार के लिए जरुरी है की आने वाली पीढ़ी शिक्षित हो। इसलिए महिलाओं को बच्चों की शिक्षा पर पूरा ध्यान देना चाहिए। बच्चे शिक्षित होंगे तो वो गांव के विकास के लिए भी कार्य करेंगे। इससे लोगों की सोच में बदलाव आएगा। इससे महिलाओं को भी उनका अधिकार आसानी से मिल सकता है

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता सलोनी कुमारी जानकारी दे रही हैं कि महिलाओं की पहुँच शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक अवसर तक बनाने के लिए समाज में जागरूकता फैलानी जरुरी है। समाज जागरूक होगा तब ही बदलाव संभव होगा

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता शिव कुमारी जानकारी दे रही हैं कि महिलाओं को वोट देने का अधिकार है, तो उन्हें जमीन का भी अधिकार होना चाहिए। भूमि स्वामित्व का अधिकार मिलेगा तो महिला बहुत ही आसानी से आत्मनिर्भर हो कर अपना विकास कर सकती है। महिला खेती या व्यवसाय कर अपना और बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर सकती हैं

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता शिव कुमारी जानकारी दे रही हैं कि महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक अवसर तक पहुंच बनाने के लिए संविधान में कोई भेद भाव नहीं किया गया है। जब भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 में महिलाओं के लिए उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने में कोई भेदभाव नहीं है, तो समाज महिलाओं को अधिकार क्यों नहीं देता। जबकि इस अधिकार ने ग्रामीण विकास को काफी हद तक बढ़ावा दिया है।

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता शिव कुमारी जानकारी दे रही हैं कि महिलाओं को जमीन पर या घर हो सभी जगह बराबर का हक मिलना चाहिए। इससे महिला की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा

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