मोबाइल वाणी और माय कहानी का एक ख़ास पेशकस आपके लिए कार्यक्रम भावनाओं का भवर जहाँ हम सुनेंगे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ जानकारियां , तो आइये, आज की कड़ी में सुनेंगे बुलिंग यानि कि ताकत दिखाके बदमाशी करना क्या होता है और इसका पहचान कैसे किया जाये साथ ही इस समस्या से निपटने के लिए क्या किया जा सकता है इस बारे में । हां तो साथियों, बुलिंग का सामना करना कोई आसान काम नहीं होता है। हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इसका शिकार है. क्या आपने या आपके किसी जानने वाले ने कभी अपने जीवन में बुलिंग का सामना किया है ? आखिर क्या वजह है कि समाज में बुलिंग जैसी समस्या उत्पन्न होती है और क्यों लोग इस समस्या से जूझने के लिए मजबूर होते हैं ? बुलिंग से जूझने में माता पिता की क्या भूमिका हो सकती है ? साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.youtube.com/@mykahaani
गोगरी के मध्य विधालय अनुसूचित जाति टोला मदारपुर में वर्ग में अच्छे मार्क्स लाने वाले छात्र एव छात्राओं को बुक पेन देकर किया गया सम्मानित. एच एम अमर देव तिवारी ने दी जानकारी। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
गोगरी प्रखंड के विभिन्न परीक्षा केदो पर मैट्रिक परीक्षा को लेकर छात्र एवं छात्राओं की देखी गई भीड़. वहीं प्रशासन भी मुझसे देखा गया.
गोगरी अनुमंडल के पाटलिपुत्र स्कूल में पहला दिन गुरुवार को ही मैट्रिक की परीक्षा में परीक्षार्थियों की लगी भीड़. वही गोगरी प्रशासन कदा चार मुक्त परीक्षा कराने को लेकर कसी कमर.
खगड़िया जिला अधिकारी अमित कुमार पांडे ने होने वाले जिला भर में कुल 35 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जो 23 फरवारी तक चलेगा. वही जिला अधिकारी ने सभी परीक्षा केंद्र पर कदाचार में लिप्त पाए जाने वाले व्यक्ति पर धारा 1981 के तहत कठोर करवाई कि जाये गी.
मानसी रेलवे मैदान के प्रांगण में स्कूली बच्चों के बीच दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया नमस्कार गया जिसमें उद्घाटन करता के रूप में रेलवे स्कूल मानसी के प्राचार्य राकेश रोशन जी युवा समाज से अभिषेक कुमार सिंह वार्ड परिषद हीरालाल यादव जी संतोष राम जी नितेश कुमार जी उपस्थित थे निर्णायक करता के रूप में शंकर कुमार जी रोशन जी मौजूद थे
बिहार राज्य के खगड़िया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता मोहम्मद आलम ने राजेश शर्मा से बातचीत की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की हमारी आमदनी कम है और पैसे का कोई और स्रोत नहीं है। इसलिए बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ने के लिए भेजते हैं
गोगरी प्रखंड के रास्ट्रीय उच्च विधालय में इंटर कि परीक्षा देने के दौरान एक छात्रा कि तबयत बिगरी. अनुमंडल अस्पताल गोगरी में छात्रा का कराया गया उपचार.
2016 में 14% छात्र औपचारिक शिक्षा से बाहर थे जो कि देश में 2023 में भयानक सुधार होने के बाद भी अब मात्र 13.2 फीसद बाहर हैं ... 2016 में 23.4 फीसद अपनी भाषा में कक्षा 2 का पाठ नहीं पढ़ पाते थे आज 2023 में अति भयानक सुधार के साथ ये आंकड़ा 26.4 प्रतिशत है ... देश के आज भी 50 फीसद छात्र गणित से जूझ रहे हैं ... मात्र 8 साल में गणित में हालात बद से बदतर हो गए ... 42.7% अंग्रेजी में वाक्य नहीं पढ़ सकते हैं... अगर आप सरकार से जवाब माँगिए , तो वे कहती है कि वो लगातार बैठकें कर रहे हैं लेकिन असर की रिपोर्ट बताती है कि ये बैठकें कितनी बेअसर हैं... तो विश्व गुरु बनने तक हमें बताइये कि *-----आपके गांव या जिला के स्कूलों की स्थिति क्या है ? *-----वहां पर आपके बच्चों को या अन्य बच्चों को किस तरह की शिक्षा मिल रही है ? *-----और आपके गाँव के स्कूलों में स्कुल के भवन , बच्चों की पढ़ाई और शिक्षक और शिक्षिका की स्थिति क्या है ?
बिहार राज्य के खगरिया जिला से मोहम्मद मंसूर आलम ने मोबाईल वाणी के माध्यम से गोगरी जमालपुर नवल किशोर टोला निवासी दिलीप मलाकार से साक्षात्कार लिया। दिलीप मलाकार ने बताया कि हर इंसान का सपना अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने का होता है,मगर गरीबी और कम आय के कारण,इन्हे अपने बच्चे को सरकारी स्कुल में भेजना पड़ता है। इनके बच्चे को सरकारी स्कुल में मिलने वाली कोई सुविधा नहीं मिलती है। जैसे- पोषक,छात्रवृति और साईकिल का पैसा,इत्यादि।