दहेज में परिवार की बचत और आय का एक बड़ा हिस्सा खर्च होता है. वर्ष 2007 में ग्रामीण भारत में कुल दहेज वार्षिक घरेलू आय का 14 फीसदी था। दहेज की समस्या को प्रथा न समझकर, समस्या के रूप में देखा जाना जरूरी है ताकि इसे खत्म किया जा सके। तो दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- दहेज प्रथा को लेकर आपके क्या विचार है ? *----- आने वाली लोकसभा चुनाव में दहेज प्रथा क्या आपके लिए मुद्दा बन सकता है ? *----- समाज में दहेज़ प्रथा रोकने को लेकर हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है और क्यों आज भी हमारे समाज में दहेज़ जैसी कुप्रथा मौजूद है ?

भारतीय संसद को बढ़ावा देने के लिए ग्राम पंचायत को बढ़ा यंत्रों का वितरण किया गांव में हो रही सांस्कृतिक कार्यक्रम का बढ़ावा देने के लिए सरकार ने लोक कलाकार वृद्धि यंत्र योजना शुरू की जिसके तहत ग्राम पंचायत के संस्कृत विभक्ति यंत्र ढोलक हारमोनियम आज प्रदान कर रही है।।

84 कोसी परिक्रमा की तैयारी लगभग पूर्ण हो गई हैं। जनपद सीतापुर के नैमिष से प्रारंभ होने वाली 84 कोसीय परिक्रमा करने वाले समस्त रामा दल में शामिल श्रद्धालु आज की सुबह प्रथम पड़ाव हरैया में प्रवेश कर जायेंगे। जिसको ध्यान में रखते हुए नगर पंचायत बेनीगंज एवं ग्राम पंचायत हरैया की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। बताते चलें कि हरदोई जनपद के ब्लाक कोथावां क्षेत्र में हरैया, नगवा-कोथावां, गिरधरपुर, उमरारी व अहिरोरी क्षेत्र में साखिन गोपालपुर चार पड़ाव स्थल हैं। जहां हजारों साधू संतो और गृहस्थों के पहुंचने की संभावना है। साफ सफाई व्यवस्था में जुटे नगर पंचायत लिपिक विजय तिवारी व बाबू मिलन त्रिपाठी ने बताया हरैया पड़ाव पर साफ सफाई व्यवस्था व्यवस्था दुरुस्त करा दी गई है। पानी टैंकर मोबाईल शौचालय आदि की भी व्यवस्था की गई है। जनपद के सीमा की मुख्य जगहों पर लगे स्वागत द्वार श्रद्धालुओं की प्रतीक्षा में है।सुबह आज पुनः सफाई कर चूना आदि डलवाया जायेगा जिससे सुंदरता में चार चांद लगेंगे। स्थानीय लोगों के बताए अनुसार मंगलवार रात रामादल हरैया पड़ाव पर डेरा डालेगा और पूरी रात रामधुन गूंज के साथ संत महंत इस स्थल के बारे में पौराणिक महत्वों का वर्णन करेंगे। मान्यता है कि हरैया साधु,संतों और हरि का क्षेत्र है। जिसको पहले लोग हरिक्षेत्र कहते थे, समय के साथ इसका नाम बदला और अब हर्रैया हो गया। इसी प्रकार बुधवार की भोंर पुनः डंका बजने और शंखनाद से श्रद्धालुओं की नींद टूटेगी और मोक्ष की कामना लेकर हर वर्ष की भांति परिक्रमा को निकले साधु, संत व महंत नगवा कोथावां पड़ाव की ओर कूच करेंगे। अपने इस सफर के दौरान श्रद्धालु रास्ते में पडने वाले कुमनेश्वर, कुर्कुरी, मानसरोवर, कोटिश्वर, महादेव आदि तीर्थ स्थलों के दर्शन पश्चात पौराणिक हत्याहरण अमर कष्टक तीर्थ में स्नान करते हुए गंतव्य की ओर प्रस्थान करेंगे।

84 कोसीय परिक्रमा की तैयारी लगभग पूर्ण हो गई हैं। जनपद सीतापुर के नैमिष से प्रारंभ होने वाली 84 कोसीय परिक्रमा करने वाले समस्त रामा दल में शामिल श्रद्धालु आज की सुबह प्रथम पड़ाव हरैया में प्रवेश कर जायेंगे।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

ऐसे काम करें जिनमें जीवन सार्थक हो सके मोहन भाई दिव्या करपाल पीजी कॉलेज गस्वा में सत्संग में अधिन्यात्मक गुरु पूजा देवेंद्र मोहन भैया ने बताया कि संत जो हमें सीखना चाहता है वह वाली चीजों के जुड़ाव से नहीं मिल सकता है हमारे जीवन काल में प्रभु से जुड़ाव हो तभी जीवन की इस्ता रखता है हम जीवन में कुछ ऐसे काम करने चाहिए जिससे हमारा जीवन सार्थकता की और बड़े ।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

मन की गति का आकलन हम एकांत में कर सकते हैं यदि मन इधर-उधर भगत हो तो मन पर काम करने की आवश्यकता होती है। मन को सिखाना पड़ता है कि गुरु और गुरु की शिक्षाओं पर भरोसा किया जाए धारणा से ही विश्वास बनता है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर के आरआर इंटर कॉलेज में शाखा संगम कार्यक्रम आयोजित किया

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भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने चखा प्रसाद बेनीगंज/हरदोई_अहिरोरी ब्लाक के काईमऊ गांव में श्रीमद्भभागवत कथा एवं विराट 108 कुंडीय महायज्ञ समाप्ति के पश्चात रविवार को देशी घी का विशाल भंडारा हुआ। इसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। कथा ब्यास अनमोल कृष्ण शास्त्री ने सभी को भक्ति मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और कहा कि भक्ति का मार्ग कठिन है, लेकिन जो मानव इस पर चल निकलता है संसार के तमाम दुख उससे दूर चले जाते है। उन्होंने अपनी वाणी में हर वर्ग, उम्र के जवान महिला, पुरुष और वृद्धों के लिए प्रेरणा रूपी विचार दिए हैं। और लोगों को नशे से दूर रहने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि नशा इसान के समस्त दुखों का बड़ा कारण है। उन्होंने कहा अनमोल गुरुकुलम परिवार आप सभी के कल्याण की कामना करता है।

मंगलवार को प्रथम पड़ाव हरैया पहुंचेंगे साधु संत,तैयारियां पूर्ण बेनीगंज/हरदोई_84 कोसी परिक्रमा की तैयारी लगभग पूर्ण हो गई हैं। जनपद सीतापुर के नैमिष से प्रारंभ होने वाली 84 कोसी परिक्रमा करने वाले समस्त रामा दल में शामिल श्रद्धालु मंगलवार की सुबह प्रथम पड़ाव हरैया में तड़के सुबह प्रवेश कर जायेंगे। जिसको ध्यान में रखते हुए नगर पंचायत बेनीगंज एवं ग्राम पंचायत हरैया की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। बताते चलें कि हरदोई के कोथावां क्षेत्र में हरैया, नगवा कोथावां, गिरधरपुर, उमरारी व अहिरोरी क्षेत्र में साखिन गोपालपुर पड़ाव स्थल हैं। जहां हजारों साधू संतो और गृहस्थों के पहुंचने की संभावना है। साफ सफाई व्यवस्था में जुटे नगर पंचायत लिपिक विजय तिवारी वा बाबू मिलन त्रिपाठी ने बताया हरैया पड़ाव पर साफ सफाई व्यवस्था व्यवस्था दुरुस्त करा दी गई है। पानी टैंकर मोबाईल शौचालय आदि की भी व्यवस्था की गई है। जनपद के सीमा की मुख्य जगहों पर लगे स्वागत द्वारा श्रद्धालुओं की प्रतीक्षा में है। सोमवार को पुनः सफाई कर चूना आदि डलवाया जायेगा जिससे सुंदरता में चार चांद लगेंगे। स्थानीय लोगों के बताए अनुसार मंगलवार रात रामादल हरैया पड़ाव पर डेरा डालेगा और पूरी रात रामधुन गूंज के साथ संत महंत इस स्थल के बारे में पौराणिक महत्वों का वर्णन करेंगे। मान्यता है कि हरैया साधु,संतों और हरि का क्षेत्र है। जिसको पहले लोग हरिक्षेत्र कहते थे, समय के साथ इसका नाम बदला और अब हर्रैया हो गया। इसी प्रकार बुधवार की भोंर पुनः डंका बजने और शंखनाद से श्रद्धालुओं की नींद टूटेगी और मोक्ष की कामना लेकर हर वर्ष की भांति परिक्रमा को निकले साधु, संत व महंत नगवा कोथावां पड़ाव की ओर कूच करेंगे। अपने इस सफर के दौरान श्रद्धालु रास्ते में पडने वाले कुमनेश्वर, कुर्कुरी, मानसरोवर, कोटिश्वर, महादेव आदि तीर्थ स्थलों के दर्शन पश्चात पौराणिक हत्याहरण अमर कष्टक तीर्थ में स्नान करते हुए गंतव्य की ओर प्रस्थान करेंगे।