विवाहिता की लखनऊ में हत्या कर शव हरदोई और सीतापुर जनपद की सीमा पर बरगदिया पुल से गोमती नदी में फेंक दिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर लखनऊ कमिश्नरेट के गाजीपुर एसीपी के नेतृत्व में रविवार को आई पुलिस टीम ने शव बरामद कर लिया। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बताते चलें कि हरदोई शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सुभाष नगर निवासी नीरज सिंह की पत्नी गीता सिंह 34 लखनऊ की राइट कांसेप्ट कंपनी में काम करती थी। यह कंपनी विभिन्न प्राइवेट कंपनियों के कर्मचारियों आदि के सत्यापन करने का काम करती है। उक्त कंपनी का मालिक हरदोई शहर कोतवाली क्षेत्र के खगेश्वरपुरवा निवासी अभिनव वर्मा पुत्र भरत प्रसाद है। बताते हैं कि बीते 21 फरवरी को ऑफिस कार्य से गीता लखनऊ गई थी लेकिन वापस घर नहीं आई। पति नीरज सिंह द्वारा काफी तलाशने के बाद 23 फरवरी को गाजीपुर थाने में गीता के लापता होने का मामला दर्ज कराया। लखनऊ कमिश्नरेट के उपायुक्त उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने पूरे मामले की जांच गाजीपुर के एसीपी विकास जायसवाल को सौंप दी। जांच करने में एसओजी और सर्विलांस टीम को भी लगाया गया। सीसीटीवी कैमरे व सर्विलांस के जरिए मिले अहम सबूतों के आधार पर पुलिस ने अभिनव वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि 21 फरवरी को गीता ने उससे रुपये मांगे थे। इसी को लेकर आपसी विवाद हुआ और उसने गला दबाकर गीता की हत्या कर दी और अपने तीन अन्य साथियों कमल किशोर पुत्र राजाराम निवासी आदर्श विहार बुद्धेश्वर लखनऊ, शिवम पुत्र हरिद्वार निवासी शीलपुर थाना बेहटा गोकुल हरदोई अर्जुन पुत्र ओमप्रकाश बख्तावर पुरवा कोतवाली शहर हरदोई के साथ मिलकर शव को जनपद की सीमा पर कोतवाली बेनीगंज के बरगदिया पुल के ऊपर से गोमती नदी में फेंक दिया। एसीपी विकास जायसवाल के नेतृत्व में आई टीम ने आरोपी की निशानदेही पर बेनीगंज कोतवाली पुलिस की मौजूदगी में गोताखोरों के सहयोग से शव बरामद कर लिया। बेनीगंज कोतवाल उमाकांत दीपक ने बताया कि स्थानीय पुलिस की मदत से शव बरामद किया गया है। कार्रवाई लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस कर रही है। उपरोक्त कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में हड़कंप की स्थिती रही।