इस कार्यक्रम में हम जानेंगे कि कैसे गाँव के लोग मिलकर अपने समुदाय को मजबूत बना रहे हैं। जल संरक्षण, ऊर्जा बचत और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सामूहिक प्रयासों की ताकत को समझेंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि कैसे छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं और गाँव के विकास में योगदान दे सकते हैं। क्या आपके समुदाय में ऐसे समूह हैं जो जल संरक्षण, आपदा प्रबन्धन या संसाधन प्रबन्धन पर काम करते हैं? अगर हाँ, तो हमें बताएं कि वे कैसे काम करते हैं? और अगर नहीं, तो इस कार्यक्रम को सुनने के बाद क्या आप अपने समुदाय में ऐसे सामूहिक प्रयास शुरू करने के लिए तैयार हैं?

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इसी वर्ष के अंत तक पूरा हो जाएगा राम मंदिर के तीनों तलों का निर्माण काम एक बार पुनः प्रारंभ हो गया है। राम मंदिर के तीनों तलों का निर्माण इसी वर्ष 2024 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मंदिर निर्माण की कार्यदायी संस्था एलएंडटी के द्वारा इसी लक्ष्य के अनुरूप कामगारों की संख्या बढ़ाकर अब पांच हजार करने जा रही है। ऐ कामगार राजस्थान, बिहार, गुजरात और उत्तर प्रदेश के कई जिलों के होंगे। हम सभी जानते हैं कि राम मंदिर के भूतल का निर्माण दिसंबर 2023 में ही पूरा हो गया था। मंदिर के परकोटे में इन दिनों छह अन्य मंदिरों का निर्माण भी किया जा रहा है, जबकि परकोटे के बाहर वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य के साथ निषादराज एवं अहिल्या का मंदिर निर्मित किया जाना है। मिली जानकारी तथा रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्र के अनुसार दिसंबर 2024 तक सभी कार्यों को पूर्ण करने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है और उसी के अनुरूप तेजी से कार्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के चलते बाधित निर्माण कार्य एक बार पुनः प्रारंभ हो गया है।

एम्स गोरखपुर में बनेगा 1000 बेड का रैन बसेरा। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो को पूरा सुने धन्यवाद।

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