उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को लंबे समय तक उपेक्षा और असमानता का सामना करना पड़ा है। शताब्दी में, महिला अधिकार आंदोलन ने महिलाओं को मतदान का अधिकार और शिक्षा और काम में समान अवसर देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। घरेलू हिंसा अधिनियम, यौन उत्पीड़न अधिनियम और मातृत्व लाभ अधिनियम महिलाओं के अधिकारों के बारे में समाज की धारणा में सुधार कर रहे हैं, लेकिन कई चुनौतियों अभी भी बनी हुई हैं। आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में भेदभाव का सामना करना पड़ा है। बाल शोषण और लैंगिक हिंसा जैसी समस्याएं आज भी प्रचलित हैं। इनसे निपटने के लिए जागरूकता अभियान कानूनों द्वारा सख्ती से लागू किए जाते हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारतीय समाज में दो परिवारों के बीच विवाह के एक लापता विषय की पहचान की गई ऐसा माना जाता है कि यह शादी के बाद महिलाओं से संबंधित है जब वे अपने ससुराल जाती हैं लेकिन उनकी मां उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनी रहती हैं। नामकरण से यह भी पता चलता है कि महिला का परिवार कौन है और वह किस समुदाय से ताल्लुक रखती है। पहचान को मजबूत करने के लिए समाज में जागरूकता और बदलाव लाना आवश्यक है। शिक्षा और सामाजिक समर्थन की मदद से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।

वर्तमान समय में विश्व भर में तंबाकू की खपत जिस तेजी से बढ़ रही है, उसे देखकर हैरानी होती है। तम्बाकू का न केवल शरीर और स्वास्थ्य पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन को भी पूरी तरह से बर्बाद कर देता है। तम्बाकू को मानव शरीर में होने वाली कई घातक बीमारियों का जनक भी कहा जा सकता है।विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाने के लिए हर साल एक अलग थीम होता है और इस बार का थीम है "बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना" है। तो साथियों आइये इस दिवस के अवसर पर हम सभी प्रण लें और विश्व को तम्बाकू के सेवन से मुक्त करने में अपना योगदान दें। धन्यवाद !!

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जल ही जीवन है जल प्रकृति का एक बहुमूल्य उपहार है जो न केवल मनुष्यों के लिए बल्कि सभी जीवित प्राणियों के लिए आता है। जल का महत्व कई तरह से प्रकट होता है। हमारे शरीर का लगभग साठ प्रतिशत भाग पानी से बना है और हमें अपने दैनिक जीवन में पानी की आवश्यकता होती है। हम पीने के लिए साफ पानी का उपयोग करते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, यह न केवल प्याज को बुझाने का काम करता है बल्कि हमारे शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त भी रखता है। कृषि के क्षेत्र में भी पानी का बहुत महत्व है। हमें पानी का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।

महिलाओं को आगे बढ़ा रही सरकार

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे ऑनलाइन पैमेंट और युपीआई के बारे में।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारत में महिलाओं को मोबाइलवाड़ी से पहले माईक नाम से क्यों बुलाया जाता था, महिलाओं को उनकी माँ के नाम से बुलाने की परंपरा यह सदियों से चल रहा है और इसके पीछे कई कारण हैं। महिलाओं की पहचान अक्सर उनके परिवार या पति के परिवार का हिस्सा बन जाती है और उनकी मां की पहचान उनके साथ रहती है। पहचान महिलाओं की सामाजिक स्थिति को दर्शाती है और शादी के बाद भी उन्हें अपने जन्म परिवार से जोड़ती है। भारतीय समाज में महिलाओं को उनकी मां के नाम से जाना जाता है।

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ग्रुप बी और ग्रुप सी कांस्टेबल, एचसी, एएसआई, एसआई के कुल 144 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे अनुभवी उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त स्कूल या कॉलेज से न्यूनतम 10वी व अधिकतम स्नातक पास किया हो साथ ही पोस्ट से सम्बंधित अनुभव भी होना अनिवार्य है । इसके साथ ही उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 30 वर्ष तक होनी चाहिए । इन पदों पर वेतनमान नियम अनुसार दिया जाएगा।ओबीसी व सामान्य वर्ग के लिए आवेदन शुल्क 247.20 रुपये व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व महिला उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 47.20 रुपये है, इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://rectt.bsf.gov.in/ योग्य उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षण के बाद किया जाएगा।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि नागरिकों के समूहों द्वारा जारी घोषणापत्र में नागरिकों की मुख्य मांगों और मुद्दों को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है। इस घोषणापत्र का मुख्य उद्देश्य सरकारी नीतियों और सेवाओं में सुधार करना है ताकि आम लोगों को परेशानी न हो। घोषणापत्र में सभी बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, पानी और बिजली की आपूर्ति और सड़क सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जोर दिया गया है। पानी और बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के अलावा शिक्षा प्रदान करने वाले अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या बढ़ाने और उन्हें बेहतर संसाधनों से लैस करने की मांग की गई है।