"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा किसान भाइयों को जिंक सल्फेट असली है या नकली उसकी पहचान करने की जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
भारत में जहां 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव हो रहे हैं। इन चुनावों में एक तरफ राजनीतिक दल हैं जो सत्ता में आने के लिए मतदाताओं से उनका जीवन बेहतर बनाने के तमाम वादे कर रहे हैं, दूसरी तरफ मतदाता हैं जिनसे पूछा ही नहीं जा रहा है कि वास्तव में उन्हें क्या चाहिए। राजनीतिक दलों ने भले ही मतदाताओं को उनके हाल पर छोड़ दिया हो लेकिन अलग-अलग समुदायो से आने वाले महिला समूहों ने गांव, जिला और राज्य स्तर पर चुनाव में भाग ले रहे राजनीतिर दलों के साथ साझा करने के लिए घोषणापत्र तैयार किया है। इन समूहों में घुमंतू जनजातियों की महिलाओं से लेकर गन्ना काटने वालों सहित, छोटे सामाजिक और श्रमिक समूह मौजूदा चुनाव लड़ रहे राजनेताओं और पार्टियों के सामने अपनी मांगों का घोषणा पत्र पेश कर रहे हैं। क्या है उनकी मांगे ? जानने के लिए इस ऑडियो को सुने
उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता और सम्मान गहराई से जुड़े हुए हैं। वित्तीय सहायता न केवल महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता देती है बल्कि समाज में उनकी स्थिति को भी मजबूत करती है। और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम यह है कि सबसे पहले, वित्तीय सहायता महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है, जब महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र होंगी, तो वे अपनी और अपने परिवार की बेहतर देखभाल करेंगी। देखभाल करने वाले शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यकताओं पर खर्च कर सकते हैं जो उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करते हैं, साथ ही महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करते हैं।
उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं की पहचान एक जटिल विषय है यह मुद्दा सामाजिक-सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक संदर्भों में गहराई से निहित है। परंपरागत रूप से, महिलाओं को घर के कामों और परिवार की देखभाल तक ही सीमित रखा गया है, इसलिए उनकी पहचान अक्सर उनके घरों की चारदीवारी तक ही सीमित रहती है। सार्वजनिक जीवन में सीमित और कथित, महिलाओं की पहचान को फिर से परिभाषित करने के लिए समाज में गहन परिवर्तन की आवश्यकता है। हां, लड़कियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने के साथ-साथ समाज में सभी स्तरों पर समानता और न्याय स्थापित करने में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू जामुन के पेड़ में लगने वाले कीड़ों का नियंत्रण के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला विकास और भ्रूण हत्या महिला अधिकार और भ्रूण हत्या दोनों गंभीर मुद्दे हैं। कथित तौर पर, हमें समाज में उनकी गरिमा और समानता के लिए लड़ना चाहिए। महिलाओं को उनके अधिकारों का पालन करने के लिए सशक्त बनाने के लिए शिक्षा, सशक्तिकरण और कानूनी सुरक्षा की आवश्यकता है। भ्रूण हत्या एक अपराध है। यह एक बुनियादी मानवाधिकार का उल्लंघन है और जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर विभिन्न भारतीय राज्यों में बहुमूल्य जीवन को खतरे में डालता है। न्यायपूर्ण और समान समाज के लिए महिलाओं के अधिकारों का समर्थन करना और कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ लड़ना हम सभी की जिम्मेदारी है।
उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आर्थिक स्वतंत्रता महिलाओं को ऐसे निर्णय लेने में सक्षम बनाती है जो उनके आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान अर्जित करते हैं। इसके साथ ही समाज के विकास के लिए महिलाओं का सम्मान भी आवश्यक है। महिलाओं के सम्मान का मतलब है कि उन्हें सम्मान, अवसर, अधिकार और सुरक्षा दी जानी चाहिए। महिलाओं, समाज का सम्मान सुनिश्चित करना। उनके बारे में जागरूकता फैलाना और लैंगिक सहायता को बढ़ावा देना आवश्यक है। महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से समर्थन देना सरकार और समाज दोनों का दायित्व है। विकास के लिए समान अवसर प्रदान करना इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार के अवसर और कानूनी सहायता शामिल हैं महिलाओं के खिलाफ हिंसा और भेदभाव को समाप्त करने के लिए सख्त कानूनों का पालन करें।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ किसानों को खेत में वर्मी कंपोस्ट के उपयोग से होने वाले फायदों की जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला विकास में गहराई से निहित होने का अर्थ है महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक और शैक्षिक स्थिति में सुधार करना यह महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में काम करता है। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ, रोजगार के अवसर और कानूनी अधिकार महिलाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं शुरू की हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार ने बेटी बचाओ जैसी विभिन्न योजनाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान देना है। महिला विकास को बढ़ावा देने के लिए समाज की मानसिकता में बदलाव लाना आवश्यक है। शिक्षा और जागरूकता अभियानों के माध्यम से लोगों को लैंगिक समानता के महत्व को समझना चाहिए। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कानूनों और प्रभावी काम का कड़ाई से पालन करके रोजगार के अवसर और व्यवसाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए। समाज में महिलाओं की स्थिति और सम्मान में सुधार से न केवल कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सकता है, बल्कि समृद्धि और समानता पर आधारित समाज का निर्माण भी किया जा सकता है।