सरकार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु कई योजनाएं चला रखी है। गांव के लोग रोजगार से जुड़कर अपने आर्थिक हालात को ठीक करें उसके लिए भी तरह-तरह के कार्यक्रम है। लेकिन सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के गौरीपट्टी गांव में 200 से अधिक परिवार के जीवन का सहारा बना चटाई निर्माण कार्य को बढ़ावा नहीं दिया जा रहा है। महादलित वर्ग के सरदार जाति की महिलाएं चटाई निर्माण कर भपटियाही बाजार में बेचती है और उसे प्राप्त आय से घर का खर्ची चलती है। गांव की सभी महिलाएं चटाई निर्माण कार्य में दक्ष है लेकिन उसे कच्चा माल जैसे पटेर और राशि का स्टॉक करने के लिए पैसे नहीं होते जिसके कारण 6 माह के बाद रोजगार बंद हो जाता है। जबकि गांव की महिलाएं वर्ष भर उसे रोजगार को करना चाहती है लेकिन 6 माह के अंदर उसके पास जो कच्चा माल होता है वह समाप्त हो जाता है और फिर सभी बेरोजगार हो जाती है।

समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में जिलाधिकारी सह अध्यक्ष जिला पशु क्रूरता निवारण सोसाईटी सुपौल की अध्यक्षता में जिला पशु क्रूरता निवारण सोसाईटी, सुपौल के कार्यकारिणी का पुनर्गठन हेतु आम सभा की बैठक आयोजित की गई। जिसमें जिला पशुपालन पदाधिकारी , अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी, सुपौल, जिला नोडल पदाधिकारी, पशु क्रूरता, सुपौल एवं पशु क्रूरता के सभी कार्यकारिणी सदस्य एवं अन्य सदस्यों ने बैठक में भाग लिया। कार्यकारिणी के सदस्यों का गठन आम सभा के माध्यम से पूर्ण किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य पशुओं में हो रहे क्रूरता के निवारण के लिए जिला पशु क्रूरता निवारण सोसाईटी का पुनर्गठन करना था, ताकि पशुओं में हो रहे क्रूरता को रोका जा सके।

माक अभ्यास के दूसरे दिन उप कमाडेंट 9वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, गणपतगंज, सुपौल के द्वारा सुपौल अंचल स्थित बैरिया मंच के समीप नदी के पानी में माक अभ्यास किया गया। कार्यक्रम में वरीय उप समाहर्ता सह प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन ऋषव, जिला अग्निशामक के पदाधिकारी एवं सहयोगी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मी के साथ-साथ स्थानीय आम जनता, गणमान्य एवं सुपौल, किशनपुर, सरायगढ़-भपटियाही, निर्मली एवं मरौना से आये आपदा मित्र सह गोताखोर उपस्थित हुए। प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन के द्वारा आगामी बाढ़ वर्ष 2024 के लिए बाढ़ से बचाव हेतु कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उप कमांडेंट एवं उनके साथ आए प्रशिक्षित बल के द्वारा बाढ़ में डूबने से बचाव हेतु सुझाव दिए गए। पानी में डूबते हुए लोग को कैसे बचाया जाता है तथा अपने आप को कैसे सुरक्षित कर बचाया जाता है से संबंधित जानकारी दी गई। पानी में डूबे हुए व्यक्ति को बाहर निकाल कर तत्काल कैसे प्राथमिक उपचार किया जाता है इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। पानी पीये हुए व्यक्ति के शरीर से पानी कैसे निकाला जाता है इस संबंध में आम नागरिकों के बीच जानकारी दी गई। पानी में डूबे हुए व्यक्ति का हृदय आघात होने पर सीपीआर से संबंधित जानकारी डैमो बाडी के साथ दिया गया। पानी में डूबे हुए व्यक्ति को डाक्टर के पास एंबुलेंस में भेजने तक का डैमो प्रस्तुत किया गया। उप कमांडेंट, 9वीं वाहिनी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, गणपतगंज, सुपौल के द्वारा आपदा मित्र एवं आम नागरिक जनता को बताया गया कि घरेलू सामान पानी की बोतल, गैलन, थर्मोकाल आदि से भी बाढ़ के समय या पानी में बचने हेतु उपयोग करने की जानकारी दी गई।

निर्मली(सुपौल) : नगर में अवैध तरीके से चल रहे नर्सिंग होम, क्लीनिक,जांच घर पैथोलैब सेंटर आदि पर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम छापेमारी करने पहुंचा ।छापेमारी टीम में अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली के उपाधीक्षक डॉक्टर शैलेंद्र प्रसाद यादव सहित कई चिकित्सक व अन्य शामिल थे।लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि छापेमारी दल के पहुंचने से पहले ही नगर में संचालित सभी फर्जी अस्पताल और जांच घर बंद पाए गए ।लिहाजा स्थानीय लोगों में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं, स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के मिली भगत से फर्जी अस्पताल व जांच घर संचालक अपना अस्पताल और जांच घर बंद कर भाग गया है। हालांकि लोगों का सवाल लाजमी है चुकी कहीं ना कहीं सवाल यह जरूर उठता है कि आखिर जांच टीम के पहुंचने से पहले ही नगर के सभी फर्जी अस्पताल और जांच घर बंद कैसे हो गए,कहीं ना कहीं या जांच का विषय बनता है। इधर छापेमारी टीम में शामिल अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश पर नगर में संचालित नर्सिंग होम,क्लिनिक अन्य का जांच करने हेतु छापेमारी किया गया लेकिन जांच टीम पहुंचने से पहले ही फर्जी तरीके से चल रहे नर्सिंग होम, क्लीनिक आदि के संचालक फरार हो गए। उन्होंने कहा कि मैं खुद इस बात को लेकर हैरान हूं कि छापेमारी अभियान अचानक शुरू किया फिर कैसे सभी फरार हो गया।उपाधीक्षक ने कहा कि नगर में कूल 36 नर्सिंग होम, क्लिनिक सहित जांच घर व अन्य संचालित है।जिसमे से मात्र 07 का निबंधन है,और बांकी से सभी अवैध है।वही कहा कि नगर में अवैध तरीके से संचालित सभी क्लीनिक,और जांच घरों को बंद करने हेतु नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस का अवहेलना करने वालों के खिलाफ अग्रतर की कारवाई की जाएगी।

सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के विभिन्न आंगनबाड़ी केदो पर बुधवार को सुख राशन का वितरण किया गया। सुख राशन वितरण का डीपीओ आईसीडीएस सुपौल ने निरीक्षण किया। 5 वर्ष तक के बच्चे तथा गर्भवती और धात्री महिलाओं सहित किशोरियों में कुपोषण की समस्या खत्म करने हेतु सरकार के बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केदो पर प्रत्येक महसूस का राशन का वितरण किया जाता है। सुख राशन में लाभुकों को चावल दाल और सोयाबीन दिया जाता है। वह अनाज इसलिए दिया जाता है कि संबंधित लाभुकों को कुपोषण की समस्या नहीं बने।

बीएन मंडल विश्वविद्यालय ने PG फर्स्ट सेमेस्टर (सत्र 2023-25) में नामांकित छात्र-छात्राओं के लिए परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि जारी कर दी है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. शशिभूषण ने बताया कि पीजी फर्स्ट सेमेस्टर दिसंबर 2023 का परीक्षा फॉर्म बिना विलंब शुल्क के 5 से 9 फरवरी तक भरा जाएगा। जबकि विलंब शुल्क के साथ 12 फरवरी तक फॉर्म भरा जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राएं UMIS पोर्टल पर अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगइन कर खुद से परीक्षा फॉर्म भर सकते हैं। पीजी फर्स्ट सेमेस्टर सैद्धांतिक परीक्षा 28 फरवरी से शुरू होगी।

आगामी नौ मार्च को जिला न्यायालय परिसर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी और उसकी सफलता को लेकर जिला न्यायाधीश अनंत सिंह की अध्यक्षता में एक समीक्षात्मक बैठक की गई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार सुपौल के वेश्म में सम्पन्न हुई इस बैठक में अब तक की गई तैयारियों की समीक्षा की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव तरुण कुमार झा ने जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष के प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों में लंबित पांच सौ शमनीय वादों के निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त बैंक ऋण, टेलीफोन, श्रम अधिनियम, पारिवारिक मामलों, विद्युत, न्यूनतम मजदूरी जैसे प्री लिटिगेशन के दो हजार मामलों के निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है। बैठक के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह ने न्यायिक पदाधिकारियों से लोक अदालत के दौरान अधिक से अधिक मामलों के निष्पादन कराने में अपना सर्वोत्तम प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने जिला प्रशासन के सहयोग से इस लोक अदालत के व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिलसा के सचिव तरूण कुमार झा को दिया। बैठक में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश वैष्णो शंकर मेहरोत्रा, एडीजे प्रथम निशि कान्त ठाकुर, एडीजे तृतीय रणविजय कुमार पांडेय , एडीजे द्वितीय सुनील कुमार, एडीजे षष्टम सह विशेष न्यायाधीश पोक्सो न्यायालय ब्रिज किशोर सिंह, अनन्य विशेष उत्पाद न्यायालय संख्या-1 के विशेष न्यायाधीश संदीप अग्निहोत्री, अनन्य विशेष उत्पाद न्यायालय संख्या -2 के विशेष न्यायाधीश अमित कुमार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी गौतम यादव, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम संतोष कुमार दूबे , अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पंचम श्वेता ग्रेवाल, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी गुरूदत शिरोमणि, किशोर न्याय परिषद के प्रधान मजिस्ट्रेट अरविंद मिश्रा, मुंसिफ आयुषी चौधरी, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी निशित देव, मिथिलेश कुमार, आदित्य प्रकाश, सुधीर कुमार मौजूद रहे। जिला विधिक सेवा प्राधिकार सुपौल के बड़ा बाबू पंकज झा ने बैठक के आयोजन में अपनी महत्ती भूमिका निभाई।

समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में महिला एवं बाल विकास निगम सुपौल के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत आयोजित प्रोटेक्शन आफ चाइल्ड एक्ट, पोक्सो एक्ट से संबंधित प्रशिक्षण सह एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ जिलाधिकारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी द्वारा पौधा देकर जिलाधिकारी को, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी छातापुर के द्वारा उप विकास आयुक्त को, केंद्र प्रशासक कुमारी प्रतिभा के द्वारा सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई सुपौल को, जिला मिशन समन्वयक मिशन शक्ति हरिनारायण कुमार के द्वारा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आइसीडीएस सुपौल को हरा पौधा देकर सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी कौशल कुमार के द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को निदेश दिया गया कि सभी लोग प्रशिक्षण लेकर ग्राम स्तर तक लोगों को बताएं ताकि उक्त एक्ट से संबंधित जानकारी आमलोगों को हो सके। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त के द्वारा बताया गया कि अपने-अपने घर एवं आसपास गांव में लोगों को जागरूक करें जिससे लैंगिक अपराध हो ही नहीं। हो भी तो पहचान की जा सके एवं दोषी को दंड दिलाया जा सके। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी शोभा सिन्हा ने कहा कि इस प्रशिक्षण से सीख लेने की जरूरत है ताकि परियोजना स्तर पर सभी सेविका एवं स्कूल की छात्राओं को भी इस एक्ट के बारे में जागरूक किया जा सके। प्रशिक्षण में लैंगिक अपराधों से बालकों के संरक्षण अधिनियम (2012) पोक्सो एक्ट की संपूर्ण जानकारी के लिए आयोजित किया गया। प्रशिक्षक प्रमोद रंजन एवं अनिता कुमारी के द्वारा उक्त एक्ट से संबंधित जानकारी दी गई कि लैंगिक अपराधों से बालकों को कैसे बचाया जा सके तथा पहचान की जा सके कि बच्चे लैंगिक अपराधों से पीड़ित हैं। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई। कार्यशाला में प्रतिभागी के रूप में सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी प्रखंड से चार-चार शिक्षक सभी महिला पर्यवेक्षिका, मनु कुमारी पीरामल फाउंडेशन, पिंकी कुमारी जिला समन्वयक, कविता कुमारी डाटा आपरेटर, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, सलोनी कुमारी केस वर्कर, आरती कुमारी केस वर्कर आदि शामिल हुए।

जिला मुख्यालय के ठाकुरबाड़ी रोड स्थित महर्षि मेंही सत्संग मंदिर के सभागार में सत्संगी, समाजसेवी व धर्म प्रेमियों की सामाजिक बैठक अखिल भारतीय सत्संग महासभा सदस्य सह जिला सहायक मंत्री डा. अमन कुमार के अध्यक्षता एवं राजीव कुमार के संचालन में संपन्न हुई। जिसमें देश-दुनिया के संत-महात्माओं व महापुरुषों एवं संत सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के अनमोल विचारों को जन-जन में पहुंचाने के उद्देश्य से दो दिवसीय विश्वस्तरीय संतमत सत्संग-सह-विराट ज्ञान यज्ञ आयोजन की तैयारी को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया। जानकारी साझा करते हुए जिला सहायक मंत्री डा. अमन कुमार ने कहा कि 10 एवं 11 मार्च 2024 को सुपौल नगर परिषद स्थित चकला निर्मली में आयोजित विराट ज्ञान यज्ञ में महर्षि मेंही ब्रह्म विद्यापीठ, हरिद्वार उत्तराखंड के अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संत परम पूज्य स्वामी व्यासानंद जी महाराज बतौर मुख्य प्रवचनकर्त्ता के रूप में शामिल होंगे। कहा कि 05 फरवरी 2024 को यज्ञ स्थल चकला निर्मली में ध्वजारोहण किया जाएगा। इस अवसर पर सुबह के 09 बजे महर्षिं मेंही सत्संग मंदिर ठाकुरबाड़ी रोड से शोभा यात्रा निकलकर महावीर चौक, मल्लिक चौक, गांधी मैदान, अंबेडकर चौक, लोहिया नगर चौक से गुजरते हुए चकला निर्मली होकर यज्ञ स्थल पर पहुंचेगी। इसमें सैकड़ों की संख्या में सत्संग प्रेमी भाग लेंगे। विराट ज्ञान यज्ञ की सफलता को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। बैठक में मानिक बाबा, आजाद बाबा, सत्संग मंदिर अध्यक्ष दिलीप साह, मंत्री वासुदेव चौधरी, राजीव कुमार, भगवान दत्त चौधरी, नारायण पौद्दार, सत्यनारायण शर्मा, तारकेश्वर प्रसाद सिंह, दुर्गा प्रसाद चौधरी, डा. सत्यप्रकाश मल्लिक, श्यामसुंदर ठाकुर, सुनील भारती, हरिशंकर चौधरी, बैद्यनाथ चौधरी, धवेंद्र कुमार, रामचन्द्र मंडल, देवनारायण यादव, दामोदर प्रसाद गुप्ता, रामगोपाल चौधरी, लाल बहादुर साह, मंटुन मंडल, अवधेश कुमार, स्वीटी कुमारी, छाया कुमारी, दिनेश मंडल, सत्यनारायण चौधरी, डा. सुरेन्द्र कुमार, योगेन्द्र चौधरी, मनोज गुप्ता, संतोष जयसवाल, सर्वेश कुमार, मो. शाहिद हुसैन, मदन कुमार मंडल, गुरु प्रसाद गुप्ता आदि ने बढ़-चढ़ कर भाग लिए।

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