उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी मोबाइल वाणी के माध्यम से शशांक से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि महिलायें पढ़ने-लिखने के कारण ही किसी कार्य को समझ पाएंगे, अगर वे शिक्षित नहीं तो उनमें जो जागरूकता है वह नहीं आएगी। यही कारण है कि पढ़ना और लिखना जरूरी है। समाज की सोच समाज पर निर्भर करती है , बदलाव के लिए सभी को एक साथ चलना होगा,जैसे सभी को सहयोग करना होगा। मान लीजिए कि एक महिला का एक भाई है और वो अपने बहन को पढ़ाना चाहता है और अगर महिला अकेले पढ़ना नहीं चाहती है, तो उसे उसमें कैसे जागरूक किया जायेगा, इसलिए कदम से कदम मिलकर चलना बहुत ही जरुरी है.