उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी से बता रही हैं कि नारीवाद सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों और विचारधाराओं की एक श्रेणी है जो राजनीतिक, आर्थिक, व्यक्तिगत और सामाजिक हैं। नारीवाद यह धारणा है कि समाज पुरुष परिप्रेक्ष्य को प्राथमिकता देता है क्योंकि यह एक पुरुष प्रधान देश है और लैंगिक समानता और लैंगिक समानता प्राप्त करने के लक्ष्य को साझा करता है। पितृसत्तात्मक समाजों में महिलाओं को भेदभाव और अन्याय का सामना करना पड़ता है। इसका लक्ष्य पुरुषों के रूप में महिलाओं के लिए समान शैक्षिक, आर्थिक और पारस्परिक अवसर और परिणाम स्थापित करना है। लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, मातृत्व अवकाश और वेतन अधिकारों की वस्तुनिष्ठ प्रकृति को शामिल करना महत्वपूर्ण है।