उत्तरप्रदेश राज्य से पुष्पेंद्र ,उद्यमी वाणी के माध्यम से कहते है कि वो चाट का ठेला लगाते है। चाट अच्छा से बिकता है।लेकिन कस्टमर बहुत उधार करते है।ये हिसाब लिख नहीं पाते है क्योंकि ये पढ़े लिखे नहीं है। अगर कोई व्यवस्था होगा कोई जिसमें हिसाब सही से रख पाए तो अच्छा होता।उधार के कारण घाटे का सामना करना पड़ता है।अगर आर्थिक सहयोग मिलेगा तो ठेला के जगह दूकान हो जाएगा और व्यापार और अच्छे से चलेगा।