बुलिंग का सामना करना कोई आसान काम नहीं होता हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इसका शिकार है क्या आपने या आपके किसी जानने वाले ने कभी अपने जीवन में बुलिंग का सामना किया है ? आखिर क्या वजह है कि हमारे समाज में बुलिंग जैसी समस्या मौजूद है और लोग इस समस्या से जूझने के लिए मजबूर होते हैं ? अगर कोई व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है तो ऐसी स्थिति में वह खुद को इससे बाहर निकालने के लिए क्या कर सकते हैं ? और बुलिंग जैसी समस्या को समाज से मिटाने के लिए सामुदायिक स्तर पर किस तरह की पहल की जा सकती ?

नूतन उपाध्याय, पिनकोड -272302, उम्र 39 वर्ष

दिलीप। पिन कोड -272001

नाम - आलोक श्रीवास्तव, पिन कोड - 272302

पिंटू, पिन कोड - 272001

नाम - आदित्य कुमार श्रीवास्तव , उम्र - 24 वर्ष

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उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से रमजान अली ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक महिला से बातचीत किया। बातचीत के दौरान महिला ने बताया कि महिलाओं को शिक्षित करना चाहिए। महिलाएं शिक्षित होंगी तो सशक्त और आत्मनिर्भर बनेंगी। ग्रामीण इलाकों में लड़कियों को 10वी, 12वी के बाद शिक्षा नहीं दी जाती है। उच्च शिक्षा देने के बजाय लड़कियों की शादी कर दी जाती है।ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की कमी का एक कारण विद्यालय का दूर होना भी है।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

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