उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से प्रीति सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि किशोरावस्था के दौरान जटिल सोच की क्षमता बढ़ती है
यौन उत्पीड़न हमारे समाज की एक बड़ी समस्या है और बहुत से लोग इसका शिकार भी हो जाते हैं . हम समझते है की केवल साबधानी बरतने से ही ऐसे परिस्थितिओं को हमेशा नहीं टाला जा सकता है बल्कि सामाजिक बदलाव से ही इस समस्या को जड़ से ख़तम किया जा सकता है। ऐसे में , आप को क्या लगता है की किस तरह का बदलाव हमारे समाज को एक सुरक्षित और बेहतर समाज बनने में मदद कर सकती है ? और क्या केवल कड़े कानून लागु करने से ही यौन उत्पीड़न के शिकार हुए लोगो को इन्साफ दिलवाया जा सकता है ? यौन उत्पीड़न के शिकार हुए लोगो के प्रति वर्तमान में दिखने वाले सामाजिक प्रतिक्रियों पे आप का क्या राय है ?
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से प्रीति सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि किशोरावस्था में लड़कियाँ अपनी उपस्थिति और व्यवहार के बारे में अधिक जागरूक हो जाती है। अपने दोस्तों और सामाजिक संबंधों के बारे में अधिक चिंतिति रहती है और अपने स्वयं के विचारों और भावनाओं के बारे में अधिक सोचने लगती है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से प्रीति सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि किशोरावस्था में लड़कियों के शारीरिक परिवर्तन होता है।लड़कियाँ तेज़ी से बढ़ती है। भावनात्मक उतार चढ़ाव स्थिर नहीं रहता है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से प्रीति सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि कई माता पिता किशोरों को चिड़चिड़ा देखते है। किशोरों के काम में माता पिता की दखलंदाज़ी होने पर किशोरों में विद्रोह उत्पन्न करता है। इसलिए बच्चों के व्यवहारों को समझना चाहिए
गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू बैगन की खेती के लिए किस्मों का चयन और नर्सरी तैयार करने के सम्बन्ध में जानकारी दे रहें हैं।
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हर व्यक्ति को जीवन के किसी न किसी पड़ाव पर ऐसे पियर प्रेशर यानि की अपने साथियों के दबाद का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आपके अनुसार या दबाव हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करता है ? कई बार दोस्तों के दबाव में आकर लोग ऐसे काम करने को आगे बढ़ जाते हैं जो पूरी तरीके से सही नहीं होता है लेकिन सब जानते समझते हुए भी अपने दोस्तों को ना नहीं कह पाते है। आखिर इसके पीछे क्या कारण होता है ? और क्या आपने कभी ऐसे दबाव का सामना किया है ?
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अनीता दुबे मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि सामाजिक गतिविधियों से एक लक्षण कहा जाए या बीमारी कहा जाए या एक आदत कहा जा सकता है। इसे आदत कह सकते है क्योंकि कई लोग सामाजिक रूप से लोगों से अलग ही रहना पसंद करते है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अनीता दुबे मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध है और उपलब्ध होना भी चाहिए। ताकि अगर किसी व्यक्ति को मदद की ज़रुरत होगी तो जल्द वे सुविधा प्राप्त कर सकते है