उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 26 वर्षीय शिव श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से खुशबु श्रीवास्तव से हुई। खुशबु कहती है कि लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना चाहिए। सामाजिक मीडिया ,सामुदायिक कार्यक्रम के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जा सकता है। स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी दी जा सकती है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 32 वर्षीय शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई। ये कहते है कि घबराहट एक ऐसी स्थिति है जिसमे व्यक्ति को अचानक घबराहट बेचैनी हो जाती है। इसका मुख्य कारण है तनाव और चिंता। जीवन के विभिन्न स्थितियों में तनाव और चिंता के कारण एंग्जायटी हो सकती है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आरव से हुई। आरव कहते है कि बच्चों को भी मानसिक परेशानी हो सकती है।बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य का उतना ही महत्व है जितना उनके शारीरिक स्वास्थ्य का है।कई कारणों से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है जैसे पारिवारिक समस्या ,स्कूल में दबाव या तनाव ,दोस्तों के बीच समस्या आदि

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अंसुल से हुई। अंसुल कहती है कि मानसिक स्वास्थ्य का अर्थ है किसी एक विशिष्ठ क्षेत्र में स्वास्थ्य की स्थिति या शारीरिक, मानसिक ,सामाजिक स्वास्थ्य में से किसी एक या अनेक क्षेत्रों में स्वास्थ्य की स्थिति को दर्शा सकता है। किसी व्यक्ति की शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा हो सकता है लेकिन मानसिक स्वास्थ्य में समस्या हो सकती है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आरव से हुई।आरव यह बताना चाहते हैं कि बच्चों में भी मानसिक परेशानी हो सकती है।मानसिक परेशानी होने से लोगों के विचार,व्यवहार प्रभावित हो सकते हैं

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से कौशल से हुई। कौशल कहते है कि इंसान को सुकून के लिए लोगों से दूरी बनाए रखना चाहिए क्योंकि लोग ही ज़्यादा दुख देते है।परिवार के साथ अच्छे से रहे और समाज के लोगों से अच्छा बर्ताव करें इससे मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। मोबाइल का उपयोग भी अधिक न करें इससे दैनिक सुकून में बाधा आ सकती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 32 वर्षीय गुड़िया की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से एक व्यक्ति से हुई। ये कहते है कि ज़्यादा रोना या बहुत चुप रहना दोनों ही मानसिक बीमारी के लक्षण हो सकते है। बार बार रोना ,उदास रहना और किसी भी काम में मन नहीं लगना डिप्रेशन के सामान्य लक्षण है।चिंता के कारण भी व्यक्ति को रोना आ सकता है। तनाव और घबराहट की स्थिति में व्यक्ति का मूड बहुत तेज़ी से बदलता है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से खुशबू श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई। श्रोता यह बताना चाहती है कि मन के बिमारी का इलाज चिकित्सा या परामर्श से किया जाता है। दवाईयों का भी उपयोग किया जाता है।थेरेपी का मुख्य उद्देश्य मरीज़ की सोच और व्यवहार में सकारत्मक बदलाव लाना है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से डॉ सुजीत कुमार भारती से हुई। डॉ सुजीत कहते है कि मानसिक रूप से स्वस्थ रहना है तो चिंता मुक्त रहे। लोगों से हँस कर बात करें। अपने काम पर ज़्यादा से ज़्यादा ध्यान दें।ज़्यादा न घूमे न ही बेकार का बहस करें। आज कल मोबाइल के कारण लोग ज़्यादा चिंतित रहते है। मोबाइल से दूर रहे। चिंता से दूर रहे। ऐसे में स्वस्थ रहेंगे

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 26 वर्षीय शिवम श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सत्यम श्रीवास्तव से हुई।सत्यम कहते है कि स्कूल और परिवार में झगड़ों से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इससे उनमें चिंता ,अवसाद और आत्महत्या के विचार आ सकते है।