उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि देश में अस्सी प्रतिशत महिलाएँ कृषि क्षेत्र में काम करती हैं, लेकिन उनमें से केवल तेरह प्रतिशत के पास ही कृषि भूमि है।भूमि स्वामित्व, महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। क्योंकि यह भोजन, आश्रय और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुंचने लायक बनाता है। महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा पिछले कुछ वर्षों में कई कदम उठाए गए हैं। इनमें आपराधिक कानूनों और 'घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा,शिक्षा में प्रोत्साहन,अविवाहित लड़की की सहमति के बिना महिलाओं के शादी करने पर प्रतिबंध ,तलाक को कानूनी दर्जा दिया गया।