सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

भारत का आम समाज अक्सर सरकारी सेवाओं की शिकायत करता रहता है, सरकारी सेवाओं की इन आलोचनाओं के पक्ष में आम लोगों सहित तमाम बड़े बड़े अर्थशास्त्रियों तक का मानना है कि खुले बाजार से किसी भी क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों में कंपटीशन बढ़ेगा जो आम लोगों को बेहतर सुविधाएं देगा। इस एक तर्क के सहारे सरकार ने सभी सेवाओं को बाजार के हवाले पर छोड़ दिया, इसमें जिन सेवाओं पर इसका सबसे ज्यादा असर हुआ वे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर पड़ा है। इसका खामियाजा गरीब, मजदूर और आम लोगों को भुगतना पड़ता है।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

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नमस्कार साथियों मैं लिखित अवधिया नरसिंहपुर से नरसिंहपुर जिले में मुस्कान पार्क के पास बाहरी रोड कंट्रोल रूम के सामने दो वाहनों की आमने-सामने हुई टक्कर जिसमें एक वाहन पेट्रोल भरवा कर आ रहा था वही दूसरा वहां रॉन्ग साइड से पेट्रोल भरवाने के लिए जा रहा था इस दौरान दोनों वाहन आपस में टकरा गए व पेट्रोल भरवा कर आ रहे व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें वहां से निकल रहे रहे राहगीरों द्वारा 108 एंबुलेंस की मदद से सरकारी अस्पताल पहुंचा दिया गया

Transcript Unavailable.

नरसिंहपुर जिले में स्वास्थ्य सेवा के नाम पर 108 एम्बुलेंसो के द्वारा लगातार तानाशाही चल रही है 108 एंबुलेंस को चलाने वाले चालक और एंबुलेंस में रहने वाले स्टाफ के द्वारा मनमर्ची करने के कारण लगातार नगर दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को समय पर इलाज न मिलने के कारण आए दिन नागरिकों की मृत्यु समय पर इलाज न मिलने के कारण हो रही है l जब इस संबंध में 108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी मिश्रा से बात की जाती है तो उनको भी जानकारी नहीं रहती की हमारी 108 एम्बुलेंस की लोकेशन कहां है l ऐसा लगता है कि जिला के पदाधिकारी की सहमति से 108 एंबुलेंसो में लगातार आनिमियताये जारी है जब तक जिले के जवाबदारी अधिकारियों पर सार्थक कार्रवाई नहीं होती है तो तब तक इस तरह की मनमर्जी चलती रहेगी जिले के दोनों बजनदार कैबिनेट मंत्री स्वस्थ सेवाओं पर लगातार शिकंजा नही कसते तो सभी जिले के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से नही मिल सकती l 108 एंबुलेंस आज सोमवार को ग्राम पंचायत गोंगावारी में मढ़ेसुर रोड पर सुबह 10 बजे 108 खड़ी हुई थी l जिला प्रभारी मिश्रा से बात की तो उन्हे इस एनबुलेश के संबध में सही जानकारी नहीं दे पाए l

परामर्श के साथ ही दवाएं भी कराई उपलब्ध