हरियाणा में रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा तीन महाविद्यालयों को सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग व डिस्पोजल मशीन दिया गया। ताकि लड़कियाँ बिना संकोच सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करने पाए

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है।सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

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मैं अहमद पत्राकर ग्राम बीमा मित्रों , आपकी जानकारी के लिए , ग्राम बीमा में सीवरेज़ की कमी के कारण जलभराव की समस्या यह है कि ग्राम बीमा में सीवरेज़ नहीं है , जिसके कारण नालियों में पानी भर जाता है और जिससे ग्रामीणों को परेशानी होती है । साथियों , हमें रास्ते से हटने में बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा । जब हम गाँव दीवा के गणेश के पास से गुजरे , तो हमने बातचीत देखी और वहाँ मौजूद कुछ ग्रामीणों से बात की । उन्होंने हमें बताया कि इस गाँव की हालत खराब है । इस गांव में सीवर की व्यवस्था नहीं है । यह फिरोजपुर तहसील का सबसे बड़ा गाँव है । यह तीसरे स्थान पर आता है लेकिन फिर भी इसमें सीवरेज़ नहीं है , इसलिए इसमें लगभग आठ हजार वोट थे लेकिन सीवरेज़ नहीं होने के कारण बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।

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लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?