हमारे समझ में आज भी यौन शोषण के बारे में एक अनचाही चुप्पी साध ली जाती है और पीड़ित व्यक्ति को ही कहीं न कहीं हर बात के लिए जिम्मेदर बना देने की प्रथा चली आ रही है। पर ऐसा क्यों है? साथ ही इस तरह के सामाजिक दबावों के अतिरिक्त और क्या वजह होती है जिसके लिए आज भी कई सारे यौन शोषण के केस पुलिस रिपोर्ट में दर्ज नहीं होते हैं ? समाज में फैले यौन शोषण के मानसिकता के लिए कौन और कैसे जिम्मेदार है ? और समाज से इस मानसिकता को हटाने के लिए तुरंत किन - किन बातों पर अमल करना जरुरी है ?

अमन विधान, उम्र 25 वर्ष, पिन कोड 805109

अमन विधान, उम्र 25 वर्ष, पिन कोड 805109

आयुष कुमार, उम्र 18 वर्ष, पिन कोड 805109

नाम - आकांक्षा कुमारी , उम्र - 20 वर्ष , पिन कोड - 805109

नाम - किरण कुमारी , उम्र - 50 वर्ष , पिन कोड - 805109

नाम किरण कुमारी ,उम्र 30 वर्ष ,पिन कोड 805109

नाम किरण कुमारी ,उम्र 30 वर्ष ,पिन कोड 805109

नाम - खुशबु कुमारी ,उम्र 24 वर्ष पिन कोड 805109

बिहार राज्य के नवादा जिला के नारदीगंज प्रखंड से तारा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अमृता कुमारी से बातचीत किया । बातचीत के दौरान अमृता ने बताया कि महिलाएं आज भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पाती हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है। साथ ही महिलाओं शिक्षित होना भी बहुत आवश्यक है