उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बहराइच से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज में पढ़ी लिखी महिलाएं घर पर बैठी हुयी हैं उन्हें बाहर निकलने से रोका जाता है। कुछ महिलाओं के पास इतना पैसा नहीं है कि वे कोई व्यवसाय शुरू कर पाए कुछ महिलाओं की मजबूरिया हैं जिसके कारण वे नौकरी नहीं कर पाती हैं साक्षात्कार में भाग नहीं ले पाती हैं। उनकी भी तमन्ना है वे बाहर जाए घूमे नौकरी करें। ऐसा नहीं होना चाहिए कि हमारे देश में महिलाओं को सभी के साथ चलना चाहिए और कदम-दर-कदम चलना चाहिए। भय भी होना चाहिए क्योंकि जिस तरह एक पुरुष को भूमि का अधिकार है, उसी तरह एक पत्नी को भी भूमि का अधिकार है। क्योंकि मान लीजिए कि यदि पति घर से आया है और पत्नी नहीं है, तो पत्नी का भी भूमि अधिकारों में हिस्सा होना चाहिए। हर देश में, हर देश में जिन महिलाओं के पति या सात ससुर हैं, वे डर के कारण दबाव में घर पर बैठी हैं और बाहर नहीं निकल पा रही हैं, इसलिए ऐसा नहीं होना चाहिए।