बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में आगामी 06 जून को जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर के सोनपुर आगमन को लेकर मंगलवार को नायगांव शिव मंदिर परिसर में पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओ की बैठक सम्पन हुयी। इस अवसर पर बैठक क़े अध्यक्षता करते हुए अनुमंडल अध्यक्ष मनुलाल भगत ने कहा कि बिहार में बदलाव की जरूरत है।

निरंकार जागृति मिशन के द्वारा 25 मार्च को सुबह 10बजे से दोपहर 2बजे से संत महामंडल्लेश्वर सतगुरु स्वामी महाराज के द्वारा निरंकार मिशन जागृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अशोक वाटिका मेमोरियल हॉल दिघवारा ब्लॉक के पीछे किया गया।श्रद्धालुओं द्वारा इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया गया और महाराज जी के वचनों को सुनकर और सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।

सारण मोबाइल वाणी अजय कुमार कि रिपोर्ट। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल वाणी सुन या डाउनलोड करें।।

सारण जिले से अजय कुमार की रिपोर्ट। खबरें स्वास्थ्य विभाग से।।।राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर जिले भर में चला जागरूकता अभियान, मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए सामूहिक प्रयास का संकल्प छपरा। राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर जिले में मच्छर जनित रोगों, विशेषकर डेंगू के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों एवं जिला मलेरिया कार्यालय में व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम जनता को डेंगू के लक्षण, बचाव तथा उपचार के बारे में सूचित कर उन्हें सतर्क एवं सजग बनाना था। इस वर्ष डेंगू दिवस की थीम “देखें, साफ करें, ढकें: डेंगू हराने के उपाय करें” रखी गई, जिसके माध्यम से लोगों को यह संदेश दिया गया कि डेंगू जैसी गंभीर बीमारी से लड़ाई केवल स्वास्थ्यकर्मियों की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है। डेंगू से बचाव की जानकारी दी गई जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि डेंगू एक गंभीर मच्छर जनित वायरल बीमारी है, जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर दिन में काटता है और साफ जमा पानी में पनपता है। उन्होंने बताया कि डेंगू के प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते एवं कमजोरी शामिल हैं। इस मौके पर जिला वेक्टर रोग सलाहकार सुधीर कुमार, वीडीसीओ पंकज तिवारी, वीडीसीओ सतीश कुमार, वीबीडीएस मारूति करूणाकर, सोनम कुमारी, मीनाक्षी कुमारी, राकेश कुमार, विनोद कुमार समेत अन्य मौजूद थे। बचाव के लिए दिए गए यह सुझाव डीएमओ डॉ. दिलीप सिंह ने कहा कि डेंगू से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है मच्छरों की संख्या पर नियंत्रण और उनके प्रजनन स्थलों को नष्ट करना। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे: • अपने घरों और आसपास की साफ-सफाई सुनिश्चित करें। • पानी जमा न होने दें, विशेषकर कूलर, फूलदान, पुराने टायर, बाल्टी आदि में। • पानी के सभी बर्तनों को ढककर रखें। • पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। • मच्छरदानी एवं रिपेलेंट का उपयोग करें। स्वास्थ्यकर्मियों को दिलाया गया संकल्प कार्यक्रम के समापन के अवसर पर सभी स्वास्थ्यकर्मियों, सीएचओ, आशा कार्यकर्ताओं और अन्य स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में जाकर डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा साफ-सफाई के प्रति सतर्कता फैलाने का संकल्प दिलाया गया। यह भी तय किया गया कि वे लोगों को डेंगू से जुड़े मिथकों से अवगत कराकर वास्तविक जानकारियों से अवगत कराएंगे। सामूहिक भागीदारी की आवश्यकता डॉ. सिंह ने जोर देकर कहा कि डेंगू जैसी बीमारी को केवल सतर्कता और सामुदायिक भागीदारी से ही रोका जा सकता है। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को अपने क्षेत्र में सक्रियता से काम करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि समाज के सभी वर्गों को इस अभियान में जोड़ना अत्यंत आवश्यक है।

Transcript Unavailable.

दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार कि रिपोर्ट।। मां अंबिका भवानी मंदिर परिषद में अरविंद जी के साथ मोबाइल वाणी की खास बातचीत।।

दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार कि रिपोर्ट। सारण जिले में राजनीतिक आर्थिक सामाजिक में पिछड़ा वर्ग लोगों में अभी भी कोई विशेष भागीदारी नहीं।।। मोबाइल वाणी की खास बातचीत राहुल कुमार जी के साथ।।।

सारण जिले से अजय कुमार की रिपोर्ट।।एनिमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के रैंकिंग में सारण जिला को पूरे बिहार में मिला तीसरा स्थान • जिले में एनिमिया के दर को कम करने के लिए चलाया जा रहा है कार्यक्रम • एचएमआईएस डाटा के आधार पर जारी हुआ रैंकिंग • स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुफ्त में दी जाती है दवा • एनिमिया मुक्त भारत के इंडेक्स में 99.1 प्रतिशत छपरा। जिले में हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचे इसके लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। इसका साकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है। एनिमिया मुक्त भारत कार्यक्रम की राज्यस्तरीय रैंकिंग में सारण जिला को तीसरा स्थान हासिल हुआ है। मालूम हो कि जिले में अनीमिया के दर को कम करने के लिए अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम संचालित है. इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न आयु समूहों के लाभार्थियों को संबंधित विभागों के द्वारा आयरन फोलिक एसिड का सिरप, गुलाबी एवं नीली गोली का अनुपूरण कराया जा रहा है। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजना है, जिसका उद्देश्य सभी आयु समूहों में आयरन की कमी से होने वाले अनीमिया को कम करना है। सारण जिले में इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न आयु समूहों को आयरन-फोलिक एसिड की दवा जैसे सिरप, गुलाबी, नीली और लाल गोलियां नियमित रूप से मुफ्त दी जा रही हैं। राज्य स्तरीय रैकिंग में मिला तीसरा स्थान: सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि एचएमआईएस पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले का अनुपूरण अच्छादन बेहद संतोषजनक रहा है। 6 से 59 माह के बच्चों में यह 39.9%, 5-9 वर्ष के बच्चों में 108.8%, 10-19 वर्ष के किशोरों में 96.7%, और गर्भवती महिलाओं में 99.1% रहा। अनीमिया मुक्त इंडेक्स के अनुसार जिले को 93.2% स्कोर मिला, जिससे उसे राज्य में तीसरी रैंक मिली है। सिविल सर्जन ने बताया कि अब लक्ष्य है कि जिले को अगले मूल्यांकन में पहला स्थान दिलाया जाए। इसके लिए जनजागरूकता, नियमित अनुपूरण, और स्कूल आधारित निगरानी को और सुदृढ़ किया जाएगा। एनिमिया की दर को कम करने का प्रयास: जिला स्वास्थ्य समिति के डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले में एनिमिया की दर को कम करने के लिए एनिमिया मुक्त भारत कार्यक्रम संचालित है। इसमें आईएफए सिरप 6-59 महीने के बच्चों को दो बार प्रदान किया जाता है, आईएफए गुलाबी गोलियां 5-9 साल के बच्चों को प्रदान की जाती हैं, आईएफए नीली गोलियां 10-19 साल के किशोरों को प्रदान की जाती हैं, प्रजनन आयु समूह की महिलाओं को साप्ताहिक रूप से आईएफए लाल गोलियां और गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को 180 दिनों के लिए प्रतिदिन आईएफए लाल गोलियां प्रदान की जाती हैं। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की यह पहल इस उद्देश्य को लेकर है कि हर व्यक्ति तक पोषण और स्वास्थ्य सुविधा पहुंचे। जिले में स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, और आशा-सेविकाओं के माध्यम से इस कार्यक्रम को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित किया जा रहा है। क्या है एनिमिया: विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया की लगभग एक चौथाई आबादी अनीमिया से पीड़ित है जिसमे प्रीस्कूल आयु के लगभग आधे बच्चे शामिल हैं। आयरन की कमी से होने वाला अनीमिया सबसे आम है। बच्चों में अनीमिया से कई बीमारियाँ हो सकती हैं। इनमे थकान एवं कमजोरी, त्वचा का पीला पड़ना, सांस लेने में तकलीफ, विकास संबंधी समस्याएँ आदि हो सकती हैं। अनीमिया की स्थिति गंभीर होने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है।

दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार कि रिपोर्ट। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल वाणी सुन या डाउनलोड करें।।।

दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार की रिपोर्ट।। दिघवारा प्रखंड स्थित अशोक वाटिका में जैन स्वराज पार्टी कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम का आयोजन का अध्यक्षता तनु सौरव जी ने किया मंच का संचालन अशोक सीजी ने किया अधिक जानकारी के लिए मोबाइल वाणी सनी या डाउनलोड करें।।।